एमपी समेत पांच राज्यों में चुनाव का बिगुल बजा: चुनाव आयोग ने किया ऐलान, नतीजे 3 दिसंबर को

  • 16.14 मतदाता डालेंगे वोट: छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान, अन्य राज्यों में होगी एकल वोटिंग, आचार संहिता लागू

नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गया। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में एक चरण में चुनाव होंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ में दो चरण में वोट डाले जाएंगे। वहीं, पांचों राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को एक साथ आएंगे। मिजोरम में 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। छत्तीसगढ़ में पहला चरण 7 नवंबर को और दूसरा 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में कुल 16.14 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। पांचों राज्यों की 679 विधानसभा सीटों के लिए 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लिकेशन प्राप्त हो चुकी हैं। 17734 मॉडल बूथ, 621 पोलिंग बूथों को दिव्यांग कर्मचारी मैनेज करेंगे।  सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि इन पांच राज्यों में चुनाव एक अद्वितीय महत्व रखते हैं क्योंकि ये 2024 में राष्ट्रीय चुनावों के भव्य चरण से पहले अंतिम विधानसभा चुनाव हैं। कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए लगभग सभी राज्य-विशिष्ट मुद्दों का जवाब दिया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने घोषणा की है कि पांचों राज्यों में कुल 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता और 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं। राजीव कुमार ने आगामी राज्य चुनावों में मतदाताओं की कुल संख्या का खुलासा किया है। मिजोरम में 8.52 लाख, छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़, मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़, राजस्थान में 5.25 करोड़ और तेलंगाना में 3.17 करोड़ मतदाता हैं। 8192 पोलिंग बूथों पर महिलाएं कमान संभालेंगी। 1.01 लाख पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग होगी। आदिवासियों के स्पेशल बूथ होंगे। 2 किलोमीटर के अंदर पोलिंग बूथ होंगे। छत्तीसगढ़-उड़ीसा बॉर्डर पर चांदमेता और जगदलपुर बस्तर में बसे तुलसी डोंगरी हिल एरिया में पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया है। पहले ग्रामीणों को वोट करने के लिए 8 किमी चलकर बूथ तक जाना पड़ता था। राजस्थान में माझोली बाड़मेर में बूथ 5 किमी दूर था। 49 वोटर्स के लिए नया बूथ 2023 के चुनाव के लिए बनाया गया है। सी विजिल ऐप से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

लोग ऐप के जरिए शिकायत कर सकेंगे। मध्यप्रदेश में देवगांव और मंडला जिले के बिछिया में 350 वोटर्स के लिए बूथ बनाया जाएगा। ये बूथ एसडीएम  हेडक्वॉर्टर्स से 40 किमी दूर है। मध्यप्रदेश में ही नंदिया और नर्मदापुरम के पिपरिया में जिला मुख्यालय में 165 किमी दूर पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। पोलिंग पार्टी को देनवा नदी पार करके जाना होगा। इसके पहले उसे अलग गाड़ी से देनवा के किनारे तक पहुंचाया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने आगामी चुनावों के दौरान स्वस्थ और सटीक मतदाता सूची बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पांच राज्यों की विधानसभाओं के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले कहा कि उन्होंने 40 दिनों के भीतर सभी पांच राज्यों का दौरा किया और राजनीतिक दलों के साथ-साथ केंद्रीय और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों के साथ चर्चा की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने खुलासा किया कि चुनाव के लिए निर्धारित पांच राज्यों में लगभग 60 लाख मतदाता पहली बार मतदाता हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के मार्गदर्शन में चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की समावेशिता को प्राथमिकता दी है और विशेष रूप से मतदाता पंजीकरण से वास्तविक मतदान तक निर्बाध परिवर्तन सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

 

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