समस्तीपुर में बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या, लाठी-डंडों से मार डाला, वारदात के बाद आरोपी फरार

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समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां मामूली से जमीन विवाद में एक बुजुर्ग महिला की सरेआम पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर देने वाली है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और कानून व्यवस्था की गंभीरता पर भी सवाल खड़े करती है। यह दर्दनाक घटना समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगापुर गांव की है। बुधवार की देर रात उस वक्त माहौल भयावह हो गया जब गांव की एक बुजुर्ग महिला फूल कुमारी को उनके ही पड़ोसी ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट-पीटकर मार डाला। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
मेड़ तोड़ने से शुरू हुआ विवाद
मृतका के पोते अविनाश कुमार के अनुसार, पूरा विवाद खेत की मेड़ को लेकर हुआ। उन्होंने बताया कि जुताई के दौरान उनके पड़ोसी सतीश कुमार उर्फ सौरभ ने जानबूझकर खेत की सीमा रेखा यानी मेड़ को तोड़ दिया था। जब फूल कुमारी ने इसका विरोध किया और उसे ऐसा करने से रोका, तो सतीश ने आपा खो दिया और मारपीट पर उतर आया।
सड़क पर पटक कर की गई हत्या
अविनाश ने आगे बताया कि पहले सतीश ने फूल कुमारी पर लाठी-डंडों से हमला किया और उसके बाद उन्हें सड़क पर उठा कर पटक दिया। बुजुर्ग महिला इस हमले को सह नहीं पाईं और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपी वहां से फरार हो चुका था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। एएसपी संजय पांडे ने बताया कि जैसे ही खबर मिली, पुलिस की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। साथ ही, अपराध स्थल से आवश्यक साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को भी बुलाया गया है।
परिजनों के बयान के आधार पर कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि मृतका के परिजनों से पूछताछ के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। एएसपी संजय पांडे ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूरे गांव में इस घटना को लेकर गुस्सा और भय का माहौल है।
ग्रामीणों में आक्रोश और शोक
इस जघन्य हत्या से गांव के लोग स्तब्ध हैं। फूल कुमारी को गांव में एक शांत और व्यवहारिक महिला के रूप में जाना जाता था। उनकी हत्या से ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जा सकें।
कानून व्यवस्था पर सवाल
यह घटना एक बार फिर बताती है कि जमीनी विवाद किस तरह हिंसक रूप ले सकता है और स्थानीय प्रशासन को समय रहते हस्तक्षेप क्यों करना चाहिए। कई बार छोटे-छोटे विवादों को नजरअंदाज करने का नतीजा जानलेवा हो जाता है, जैसा कि इस मामले में हुआ। अगर समय रहते पंचायत या स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया होता, तो शायद एक जान बचाई जा सकती थी। समस्तीपुर की यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि समाज में बढ़ते आपसी तनाव और सहिष्णुता की कमी से हालात किस कदर बिगड़ सकते हैं। जरूरत है कि जमीन जैसे विवादों को बातचीत और कानून के रास्ते से सुलझाया जाए, न कि हिंसा और अपराध के जरिए। अब देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपी को पकड़ती है और मृतका के परिवार को न्याय दिलाती है।
