शिक्षा मंत्री का सभी विश्वविद्यालयों को लंबित पड़े रिजल्ट पर दो टूक, दिसंबर तक परिणाम जारी करने के दिए निर्देश

पटना। बिहार के विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं समय पर पूरी नहीं होने पर राज्य सरकार ने नाराजगी जताई है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को कक्षाएं नियमित चलाने और परीक्षा समय पर आयोजित करके रिजल्ट जारी करने के लिए कहा है। मंत्री ने विभिन्न यूनिवर्सिटी में यूजी-पीजी और प्रोफेशनल कोर्स के बैकलॉग सत्रों के लंबित शैक्षणिक सत्रों को हर हाल में इस साल के अंत तक खत्म करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि जिन यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक सत्र 2021-22 तक खत्म होने वाले कोर्स अभी तक चल रहे हैं उन्हें दिसंबर 2022 तक हर हाल में पूरा किया जाए। समय पर विद्यार्थियों की परीक्षा कराई जाए और फिर जल्द उनका रिजल्ट जारी किया जाए। शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को पटना स्थित विभागीय सभागार में आयोजित बैठक में ये निर्देश दिए। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी के अलावा सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति मौजूद रहे। मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यूनिवर्सिटी और विभाग के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए।

सभी लंबित मामलों का जल्द से जल्द निपटारा होना चाहिए। विभाग से मांगी गई सूचनाएं तुरंत उपलब्ध कराएं। नैक मान्यता को लेकर विश्वविद्यालय अपनी सुस्ती तोड़ें। वही शिक्षा मंत्री ने जेपी छपरा, वीकेवीएस, आरा, बीएन मंडल मधेपुरा, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी, मुंगेर यूनिवर्सिटी और पूर्णिया विश्वविद्याल को नैक मान्यता की पहल करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अरवल, बांका, गोपालगंज, शिवहर और लखीसराय में इसी सत्र से पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। अब तक इससे वंचित पांच जिलों के आधारभूत संरचना वाले कॉलेज से शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव मांगा है, ताकि मौजूदा सत्र से यहां पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई शुरू हो सके।

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