करोड़पति निकले बिहार पुलिस के भ्रष्टाचारी DSP पंकज रावत; मॉल में दुकान, फरीदाबाद में खरीद रखा है फ्लैट

पटना। अवैध बालू के खेल में अब तक कई अधिकारी-पदाधिकारी नप चुके हैं। अब एक और अधिकारी ईओयू के शिकंजे में आए हैं। यह भी करोड़पति निकले। बालू माफिया की सांठगांठ से इन्होंने खूब काली कमाई अर्जित की। इनका नाम है पंकज कुमार रावत, बिहार पुलिस के डीएसपी हैं। पंकज कुमार रावत ने इतना धन अर्जित किया है कि उससे पटना से लेकर हरियाणा तक में कई प्रॉपर्टी खरीद डाला। रियल स्टेट से लेकर बीमा पॉलिसियों में बड़ा निवेश किया। इन बातों का खुलासा शनिवार सुबह से लेकर देर शाम तक चले आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) की छापेमारी के दौरान हुआ। रावत के पटना में बोरिंग रोड वाले फ्लैट, दानापुर के नासरीगंज वाले घर और नालंदा के हिलसा में पुश्तैनी घर पर अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की। बता दें भोजपुर से पहले पंकज कुमार रावत की पोस्टिंग मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, वैशाली, भभुआ और खगड़िया में भी रही है।
छापामारी के क्रम में पता चला कि डीएसपी पंकज कुमार रावत ने पटना के दीघा बगीचा इलाके में जमीन, एसके पुरी थाना क्षेत्र के बोरिंग रोड में फ्लैट, दानापुर के शताब्दी मॉल में दो दुकान और हरियाणा के फरीदाबाद में एक फ्लैट खरीद रखा है। इसके अलावा एलआईसी, बजाज एलियांज में बड़े इंवेस्टमेंट और खरीदी गई प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट्स टीम के हाथ लगे हैं। काली कमाई के जरिए खरीदी गई सारी प्रॉपर्टी और दूसरे इंवेस्टमेंट डीएसपी, उनकी पत्नी व परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम पर है।
सरकार से छिपाई जानकारी
राज्य सरकार को हर साल दिए जाने वाले प्रॉपर्टी डिक्यरलेशन में डीएसपी ने काफी सारी जानकारियां नहीं दी थी। बहुत कुछ छिपा रखा था। ईओयू की टीम ने बरामद प्रॉपर्टी के डिटेल्स और इंवेस्टमेंट का मिलान सरकार को दिए प्रॉपर्टी डिक्यरलेशन से किया। एडीजी नैयर हसैनन खान के अनुसार, छापेमारी के दौरान उनकी टीम को कई और महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स मिले हैं। इसकी पड़ताल चल रही है। भोजपुर से पहले इनकी पोस्टिंग मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, वैशाली, भभुआ और खगड़िया में भी रही है। इन जगहों पर भी इन्होंने अवैध तरीके से काफी कमाई की है।
तीन जगहों पर हुई छापेमारी
पंकज कुमार रावत के ऊपर लंबे वक्त से नजर रखी जा रही थी। इनके कामकाज के तरीके को वॉच किया जा रहा था। संदिग्धों, बिचौलियों और बालू माफिया के साथ इनके संबंध बहुत अच्छे थे। बालू के गैर कानूनी धंधे में माफिया का यह भरपूर साथ दे रहे थे। इसी वजह से इनके खिलाफ राज्य सरकार ने पहले इंटरनल जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसके बाद 3 सितंबर को ईओयू ने पटना में आय से अधिक संपत्ति की एफआइआर नंबर 15/2021 दर्ज की। साथ में कोर्ट से सर्च वारंट लिया। इसके बाद आज अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की।

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