नीतीश कांग्रेस के आगे नतमस्तक, जायसवाल बोले- 23 नहीं 25 जून को हो विपक्षी एकता की मीटिंग, इससे अपातकाल की आएगी याद

पटना। राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक होने है। जिसको लेकर BJP मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर है। वही आज पुनः BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद संजय जायसवाल ने मंगलवार विपक्षी दलों की 23 जून को होने वाली बैठक 25 जून को करें, ताकि बैठक के दौरान इमरजेंसी की याद आए। उन्होंने कहा की 25 जून को ही इंदिरा गांधी ने पूरे देश में इमरजेंसी लगा दी थी। भाजपा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार कांग्रेस के आगे नतमस्तक हैं। वहीं जेपी के चेले लालू प्रसाद यादव भी कांग्रेस के पीछे-पीछे चल रहे हैं। वही उन्होंने कहा कि बिहार और बंगाल में पिछड़ों का आरक्षण छीन कर मुसलमानों में बांटा जा रहा है। संजय जायसवाल ने आगे कहा कि पिछड़ों को आरक्षण का लाभ सही तरीके से नहीं मिलें। इसलिए नीतीश कुमार ने कृषि की कमाई को जोड़ दिया है। इसका खुलासा नरेंद्र मोदी की ओर से बनाए गए OBC आयोग से हुआ। बता दे की राजद ने इस आयोग का विरोध किया। उन्होंने कहा कि कानून में स्पष्ट है कि सैलरी और कृषि आमदनी को नहीं जोड़ना है।
कुर्मी समाज को दिया जा रहा धोखा
संजय जायसवाल ने कहा कि कुर्मी समाज के बड़े तबके को महतो के बदले छोटा नागपुर कहकर आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने माना कि कुर्मी समाज में गलती से छोटा नागपुर लिखा जा रहा है। नीतीश कुमार पिछ़ड़ों, अतिपिछड़ों और कुर्मी समाज को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी पिछड़े समाज को कृषि इनकम को सैलरी इनकम के साथ जोड़ कर क्रीमी लेयर का सर्टिफिकेट छीना जा रहा है। ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और लालू यादव तीनों की मानसिकता एक ही हैं। उन्होंने आगे कहा कि बिहार और पश्चिम बंगाल में पिछड़े हिंदू का आरक्षण साजिश के तहत खत्म किया जा रहा है। बंगाल में स्थिति यह है कि 81 अति पिछड़ों में से 73 केवल मुस्लिम समाज के हैं। यहीं काम नीतीश कुमार लगातार बिहार में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने शेख को शेखरा कहकर अति पिछड़ा का आरक्षण दे दिया है। कुल्हरिया को शहाबुद्दीन की वजह से अति पिछड़ा में शामिल कर दिया गया। मल्लिक समाज को भी अति पिछड़ा कर दिया गया। उन्होंने कहा कि धानुक, बढ़ई आदि का हिस्सा छीन कर अल्पसंख्यक समाज को दिया गया है। संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार नहीं चाहते दरभंगा में एम्स बने। महागठबंधन के सभी सांसदों ने लिखकर दिया कि दरभंगा में नहीं, सहरसा में एम्स बने। एम्स के लिए नीतीश कुमार ने ऐसी जमीन दी, जिस पर कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता से दुश्मनी हो गई है।

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