December 9, 2025

पटना में दाह संस्कार के बाद खाने को लेकर होटल में विवाद, मारपीट में छह लोग घायल

बाढ़। पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में सोमवार देर रात एक अप्रिय घटना सामने आई, जिसमें दाह संस्कार के बाद भोजन के इंतजाम को लेकर हुए विवाद ने गंभीर रूप धारण कर लिया। उमानाथ स्थित मुक्ति धाम के पास एक होटल में भोजन परोसने के दौरान दो पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। इस झड़प में छह लोग घायल हो गए और सभी को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया और एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
दाह संस्कार के बाद भोजन का आयोजन
अथमलगोला प्रखंड के सरिस्तापुर गांव के एक व्यक्ति का निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार के लिए परिजन और ग्रामीण बाढ़ के उमानाथ मुक्ति धाम पहुंचे थे। हिंदू परंपरा के अनुसार दाह संस्कार पूरा होने के बाद उपस्थित लोगों के भोजन का प्रबंध पास के एक होटल में किया गया था। यह होटल ग्रामीणों और उनके परिजनों के लिए परिचित जगह थी, जहां वे पहले भी ऐसे अवसरों पर भोजन करते आए थे।
शिकायत की शुरुआत: भोजन की गुणवत्ता
दाह संस्कार पूरा होने के बाद जब लोग होटल पहुंचे और भोजन करना शुरू किया, तो कुछ लोगों ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत जताई। शुरुआती शिकायतों के बावजूद माहौल शांत था। ग्रामीणों ने दुकानदार से कहा कि दाल-चावल और सब्ज़ी की गुणवत्ता ठीक नहीं है और उसका स्वाद संतोषजनक नहीं है। हालांकि, होटल संचालक ने इसे हल्के में लिया और प्रारंभिक तौर पर माहौल नियंत्रित रहा।
बिल को लेकर बढ़ा विवाद
विवाद तब बढ़ा जब भोजन समाप्त होने पर होटल संचालक ने करीब 3600 रुपये का बिल प्रस्तुत किया। ग्रामीणों ने भोजन की खराब गुणवत्ता का हवाला देते हुए बिल में छूट या कमी करने की मांग की। दूसरी ओर, होटल संचालक और उसके स्टाफ ने बिल में कोई कटौती करने से इनकार कर दिया। इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। कहासुनी ने जल्द ही उग्र रूप धारण कर लिया। दोनों ओर से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप होने लगे और विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। देखते ही देखते लाठी-डंडे और ईंटों का इस्तेमाल शुरू हो गया। होटल के भीतर और बाहर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिससे आसपास के लोग भी दहशत में आ गए।
मारपीट में छह लोग घायल
हंगामे के दौरान दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। घायल व्यक्तियों को तुरंत अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। घायलों में कुछ ग्रामीण और होटल संचालक पक्ष के लोग शामिल हैं। अस्पताल स्रोतों के अनुसार, कुछ घायलों को सिर और हाथ-पैर में चोटें आई हैं।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बाढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मारपीट को नियंत्रित किया और स्थिति सामान्य की। इसके बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर रही है। पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। होटल संचालक और ग्रामीणों के बीच विवाद की वास्तविक वजह का पता लगाया जा रहा है।
घायलों के आरोप और पृष्ठभूमि
घायल ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि होटल संचालक विवाद के समय शराब के नशे में था। उनका कहना है कि नशे की हालत में उसने उत्तेजक व्यवहार किया और झगड़े को बढ़ावा दिया। इसके अलावा, ग्रामीणों ने बताया कि होटल संचालक उनके गांव का दामाद लगता है और इस वजह से उन्हें उम्मीद थी कि मामला शांतिपूर्ण ढंग से सुलझ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रामीणों के अनुसार, उनके गांव में जब भी किसी की मौत होती है, तो वे उसी होटल में भोजन का प्रबंध करते हैं। इस बार भोजन की गुणवत्ता खराब होने के कारण उन्होंने बिल में कटौती का आग्रह किया था, जो विवाद का मुख्य कारण बना।
घटना से उठा सवाल
यह घटना कई सवाल छोड़ जाती है—क्या ऐसे अवसरों पर भोजन तैयार करने वाले होटल या संचालक निर्धारित मानकों का पालन करते हैं? क्या स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में भोजन की गुणवत्ता उचित हो? साथ ही, विवाद के समय होटल संचालक के शराब पीने के आरोप भी जांच का विषय हैं। पटना के बाढ़ क्षेत्र में दाह संस्कार के बाद भोजन को लेकर हुआ विवाद एक दुखद और अनपेक्षित घटना है। ऐसी परिस्थितियाँ, जहां परिवार शोक में डूबा होता है, वहां इस तरह की मारपीट और विवाद मानसिक आघात को और बढ़ाते हैं। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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