बिहार में बिजली बिल जमा करने वालों की बढ़ेगी मुश्किलें, डिफाल्टर घोषित कर कंपनी दर्ज करेगी केस
पटना। बिहार में बिजली विभाग बकाया बिल की वसूली को लेकर सख्ती कर रहा है। लंबे समय से बकाया वालों को डिफाल्टर घोषित कर विभाग सख्ती से वसूली करेगा। विभाग ने 9220 करोड़ की वसूली की है जो पिछले वर्ष की तुलना में 27% अधिक है। विभाग अब अधिक से अधिक स्मार्ट मीटर लगाकर बकाया की समस्या के समाधान को लेकर भी बड़ी तैयारी में है। 25 हजार लोगों को बिजली चोरी में पकड़ा गया जिसके बाद केस दर्ज कराया गया है। राजस्व वसूली को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने विभागवार समीक्षा की है। समीक्षा बैठक में सीएम ने राजस्व वसूली के निर्देश दिए हैं जिसके बाद बिहार राज्य पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) ने राज्य में बिजली की चोरी और दुरुपयोग रोकने के लिए सख्ती बढ़ा दी है। इसके साथ ही पुराने बकाएदारों (डिफाल्टर कंज्यूमर) के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। चालू वित्त वर्ष के फरवरी माह तक 9220 करोड़ रुपए की वसूली की गई है, यह अपने आप में रिकॉर्ड बताया जा रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 27% अधिक वसूली की गई है। उत्तर बिहार बिजली वितरण कंपनी ने 4361 करोड़ रुपए और दक्षिण बिहार बिजली वितरण कंपनी ने 4859 करोड़ की वसूली की है। राजस्व में 1950 करोड़ की तात्कालिक वृद्धि पिछले पांच वित्तीय वर्षों में सर्वाधिक बताई जा रही है।

बिजली चोरी रोकने के लिए बड़ी तैयारी
सीएम नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिया है कि बिजली चोरी करने वाला या बकायेदार कितना भी प्रभावशाली हो, उसे छोड़ा नहीं जाए। इसके बाद से राज्य में सख्ती बढ़ा दी गई है। ऊर्जा कंपनियों ने इस वित्तीय वर्ष में बिजली चोरी करने तथा अवैध रूप से उपयोग करने वाले कुल 25,000 से अधिक उपभोक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि बिजली कर्मी घर-घर जाकर मीटर की जांच कर रहे हैं। मीटर से छेड़छाड़ करने वालों और सभी तरह के बकायदारों पर कार्रवाई की जा रही है। विशेष प्रयासों के कारण इस वित्तीय वर्ष में राजस्व वसूली का नया रिकॉर्ड बनेगा।
बिजली बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई
बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक संजीव हंस का कहना है कि बकायेदारों के खिलाफ कड़ाई के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इससे हमारा राजस्व बढ़ा है। कर्मी चालू वित्तीय वर्ष में जगह-जगह शिविर लगा कर राजस्व वसूली कर रहे हैं। बिजली की चोरी करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। संजीव हंस ने कहा कि स्मार्ड प्रीपेड मीटर लगने में युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। इसके अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के बिजली उपभोक्ता समय पर बिजली बिल जमा करें जिससे समस्या नहीं हो।

