PATNA : नौबतपुर में बागेश्वर बाबा की कथा सुनने को लंबी लाइनों में जुटे श्रद्धालु, जयकारे के साथ भजन कीर्तन शुरू

पटना। बागेश्वर धाम के कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, हनुमंत कथा के लिए पटना पहुंच गए हैं। नौबतपुर के तरेत पाली मठ के पास आज से 17 मई तक पांच दिवसीय कथा वाचन होना है। कथा वाचन के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आ रहा है और कार्यक्रम स्थल पर श्रद्धालु सुबह से ही हजारों लाखों की तादाद में पहुंचने लगे हैं। कोई श्री राम के भजन गा रहा है तो कोई श्री कृष्ण के भजन गा रहा है।
प्रवचन सुनने पहुंचे लाखों श्रद्धालु, नेपाल के जनकपुर धाम से आये लोग
श्रद्धालु बाबा बागेश्वर धाम की भक्ति में लीन है। हजारों की तादाद में श्रद्धालु नेपाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ के इलाके से पटना के नौबतपुर में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हुए हैं। कार्यक्रम स्थल पर श्रद्धालुओं के ठहराव के लिए शयन कक्ष का भी निर्माण किया गया है काफी संख्या में अस्थाई शौचालय भी तैयार किए गए हैं। इसके अलावा स्नान ध्यान का भी बेहतर प्रबंध किया गया है। स्नान ध्यान कर श्रद्धालु सुबह से ही बाबा के भजन गा रहे हैं और बाबा की कथा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। बागेश्वर सरकार के कथा वाचन की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। बाबा भी पटना पहुंच गए हैं और श्रद्धालु उनके प्रवचन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। नेपाल के जनकपुर धाम से पहुंची राम कुमारी यादव ने कहा कि बाबा बागेश्वर में उनकी बहुत आस्था है और बहुत सारी मनोकामनाओं को लेकर बाबा बागेश्वर के दर्शन के लिए पहुंची हुई हैं।
व्यवस्थाओं से लोगों में खुशी, जयकारे के साथ भजन कीर्तन शुरू
वहीं बाबा बागेश्वर धाम के कार्यक्रम स्थल पर मुख्य मंच की तैयारियों में जुटे आचार्य निमित्त पांडे ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही उत्तम प्रबंध किया गया है। किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार का कष्ट ना हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। देर रात से ही देश के विभिन्न क्षेत्रों से और नेपाल से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है।”श्रद्धालु बाबा की भक्ति में डूबे हुए हैं। श्रद्धालु भजन कीर्तन करके बाबा के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं। श्रद्धालुओं में बहुत ही उत्साह नजर आ रहा है। वहीं मुख्य मंच के पास मोतिहारी से पहुंचे अविनाश बिहारी हाथों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा लेकर श्री राम हनुमान के भजन गाते नजर आए। उन्होंने बताया कि वह बाबा बागेश्वर को बहुत मानते हैं और उनके दर्शन के लिए पहुंचे हुए हैं। वह इस मनोकामना से यहां पहुंचे हुए हैं कि संगीत के जिस विद्या कि वह पढ़ाई कर रहे हैं उसमें वह और बाबा के आशीर्वाद से उन्नति और तरक्की करें।

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