हाजीपुर : धारा 144 के बावजूद खड़ी हो गई चारदीवारी, अधिवक्ता ने दी कानून की दुहाई, माहौल खतरनाक

पटना। वैशाली जिले के हाजीपुर में भूमि विवाद के एक मामले में धारा 144 लागू होने के बावजूद दूसरे पक्ष के द्वारा बाहुबल तथा प्रशासन को मैनेज कर विवादित भूमि पर बाउंड्री करा लेने का मामला प्रकाश में आया है। हाजीपुर के गुदरी मोहल्ले में पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अजीत कुमार शुक्ला का पुश्तैनी जमीन है। उन्होंने कहा कि उनकी जमीन का एक हिस्सा उनके तथाकथित पट्टीदारों के द्वारा अवैध तरीके से दूसरे व्यक्ति को बेच दिया गया है। जिसके बाद से इसे अवैध रूप से खरीदने वाले असामाजिक तत्व यहां जमीन पर काबिज होने के लिए गैर कानूनी तरीके से प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के द्वारा की जा रही अपने जमीन पर कब्जा के खिलाफ मैंने स्थानीय प्रशासन से लेकर ऊपर तक गुहार लगाया। काफी भागदौड़ करने के पश्चात अनुमंडल पदाधिकारी, हाजीपुर के द्वारा उक्त भूखंड पर धारा 144 लागू कर दिया गया। मगर विपक्षी गुट के द्वारा स्थानीय स्तर पर प्रशासन को मैनेज कर लिया गया। जिसके कारण धारा 144 लागू होने के अगले दिन ही उन लोगों के द्वारा जमीन पर चारदीवारी खड़ी की जाने लगी। थाना को बार-बार सूचना देने के बाद शाम में जब बाउंड्री का कार्य एक हद तक पूरा हो चुका था, तब पुलिस आई तथा काम को बंद करवाया।
अधिवक्ता अजीत शुक्ला ने कहा कि उक्त भूखंड पर बाउंड्री के निर्माण हो जाने के बाद धारा 144 के आदेश का जबरदस्त उल्लंघन हुआ है। उन्होंने कहा कि समय रहते पुलिस मौके पर पहुंचती तो चारदीवारी के निर्माण का कार्य नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि यह जमीन उनके पिता की है, लेकिन कुछ अवांछनीय तत्वों ने अवैध तरीके से उस जमीन को असामाजिक तत्वों को बेच दिया है। जाली कागज जमीन पर खरीदने वाले असामाजिक तत्व इस जमीन पर काबिज होने के लिए मुझे निरंतर रास्ते से हटाने तथा जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यहां तक कि यहां रहने वाले मेरे स्टाफ को कई बार टारगेट भी किया गया। उन्होंने कहा कि जमीन पर कब्जा करने के लिए प्रयासरत ऐसे असामाजिक तत्व कभी भी मुझे तथा मेरे स्टाफ को जानमाल की हानि पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि धारा 144 लागू होने के बावजूद जितना काम हुआ उसे भी नियम सम्मत तरीके से ध्वस्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को इस मामले के सक्षम जांच कर जल्द ही उचित कार्रवाई करनी चाहिए।

About Post Author

You may have missed