रिश्वतखोरी के आरोप में डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार,गया में एसडीओ रहते मांगी थी रिश्वत,चपरासी हुआ था गिरफ्तार

पटना।रिश्वतखोरी का आरोप में पूर्णिया के अपर समाहर्ता विकास कुमार जायसवाल ने पटना के निगरानी कोर्ट में सरेंडर किया।इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।यह मामला 2018 का है।जब विकास कुमार जायसवाल गया में अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर पदस्थापित थे।उसे वक्त विकास कुमार जायसवाल पर शिकायतकर्ता ने कार्य संपन्न कराने हेतु रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।जिसके बाद निगरानी ब्यूरो ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ की।इस दौरान विकास कुमार जायसवाल के चपरासी राजकुमार को 20 हजार की रिश्वत रंगे हाथों लेते हुए निगरानी की टीम ने पकड़ लिया।पूछताछ के दौरान राजकुमार ने एसडीओ साहब के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की बात स्वीकारी। जिसके बाद निगरानी टीम ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई आरंभ की।इस दौरान बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विकास कुमार जायसवाल ने दो बार पटना उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की और दोनों बार उनकी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज हो गई।अंतत 2018 से लेकर 2024 तक कानूनी प्रक्रिया के साथ फंसने-बचाने का खेल खेलते चार्जशीट दाखिल होने के उपरांत विकास कुमार जायसवाल ने निगरानी कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
