BCA अध्यक्ष पद से राकेश तिवारी को अविलंब बर्खास्त करने की मांग, आईसीपीपीसीबी ने BCCI से किया सवाल

पटना। इंडिपेंडेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार के द्वारा बीसीसीआई से अविलंब बीसीए के वर्तमान अध्यक्ष राकेश तिवारी को बर्खास्त करने की मांग की गई है। काउंसिल के अध्यक्ष सुनील दत्त मिश्रा,उपाध्यक्ष अजीत कुमार शुक्ला तथा महासचिव संजीव कुमार मिश्रा ने बीसीसीआई से एक साथ मांग किया है कि चित्रा वोहरा के द्वारा कराए गए एफआईआर के संदर्भ में अविलंब संज्ञान लेते हुए बीसीसीआई बीसीए के अध्यक्ष पद से राकेश तिवारी को बर्खास्त करे। इन तीनों ने बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी पर नई दिल्ली में दर्ज हुए छेड़छाड़,जबरदस्ती करने की कोशिश और जान से मारने की धमकी से जुड़े एफआईआर को लेकर बयान दिया है कि राकेश तिवारी,जो बीसीए का अध्यक्ष पद पर गलत तरीके से काबिज हैं। उनके द्वारा बिहार में बीसीए को दफन किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।एफआईआर में दर्ज आरोपों के कारण बीसीए की बदनामी हो रही है।ऐसे में जब राकेश तिवारी स्वयं अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं।तो बीसीसीआई को अविलंब इन्हें पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। गौरतलब है कि इंडिपेंडेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटक्शन काउंसिल ऑफ बिहार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में बीसीसीआई के नए चुनाव कराने को लेकर याचिका भी दायर किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट में काउंसिल के द्वारा दायर याचिका से देश के क्रिकेट जगत में भूचाल आ गया है। दरअसल, इस याचिका में उल्लेख है कि बीसीसीआई के वर्तमान कमेटी असंवैधानिक है। इसलिए अविलंब नए चुनाव कराए जाने चाहिए। आदित्य वर्मा के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर पेटिशन तथा अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ हुए उनके तथाकथित समझौते को लेकर भी काउंसिल ने सुप्रीम कोर्ट को इस याचिका के माध्यम से अवगत करा रखा है। काउंसिल के अध्यक्ष सुनील दत्त मिश्रा ने बताया कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी को अपने ऊपर लगे आरोपों के मद्देनजर खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। मगर वे जानते हैं कि राकेश तिवारी स्वयं इस्तीफा नहीं देंगे। इसलिए बीसीसीआई को खुद संज्ञान लेते हुए अविलंब उन्हे बर्खास्त करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राकेश तिवारी इस पद पर बैठकर राष्ट्र स्तर पर बीसीए को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। इतने संगीन मामलों का आरोप लगने के बाद राकेश तिवारी का अध्यक्ष पद पर बरकरार रहना बीसीए के छवि के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।