बिहार का पहला खाद्य प्रसंस्करण कार्यालय का पटना में हुई शुरुआत, केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति पारस ने किया उदघाटन

पटना। केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, भारत सरकार, पशुपति कुमार पारस ने आज राष्ट्रीय खाद्य प्रौधौगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान, कुंडली, सोनीपत (हरियाणा) द्वारा बिहार एवं पूर्वोतर राज्यों में खाद्य प्रसंस्करण के संवर्धन हेतु ‘क्षमता अभिवृद्धि केन्द्र पटना’ का उदघाटन किया। साथ ही उन्होंने सादा और चटपटा स्वाद वाला मखाना किंग- मखाना आधारित वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) ब्रांड लांच किया। दोनों पहल प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) का हिस्सा है। इस मौके पर उन्होनें घोषणा की कि उत्तर बिहार में खाद्य प्रसंस्करण को लेकर एक विश्वविद्यालय, हाजीपुर में ‘क्षमता अभिवृद्धि केन्द्र’का एक बड़ा कार्यालय और खाद्य प्रसंस्करण का एक कारखाना खोला जाएगा। केन्द्रीय मंत्री ने इस मौके पर कहा कि बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेष रूचि लेते हुए जो जवाबदेही मुझे दी है, उसे मैं पूरा करूंगा। उन्होनें कहा कि पूरे देश में खाद्य प्रसंस्करण का अपना महत्व है। कृषि विभाग अनाज-उत्पादन के लिए और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय उसे बर्बादी से बचाने के लिए पहल करता है। किसानों को कृषि उत्पाद का उचित मूल्य मिले और बेरोजगारी की समस्या का समाधान हो, इसके लिए देश भर में मेगा फूड पार्क कार्यरत हैं और जल्द ही मिनी फूड पार्क बनाने की योजना है।

उन्होनें कहा कि नॉर्थ बिहार में मखाना, लीची, केला, मक्का सहित कई खाद्य पदार्थों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है लेकिन लोगों को खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग की जानकारी बहुत कम है। इसलिए हमारी योजना है कि उत्तर बिहार में एक विश्वविद्यालय खुले। केंन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वे बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगें कि वे हमें जमीन दें। उन्होनें कहा कि खाद्य उत्पादों का प्रसंस्करण कर किसानों की आय और रोजगार के अवसर को बढ़ाने की हमारी योजना है। इस दिशा में प्रधानमंत्री की खास रूचि रही है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ‘क्षमता अभिवृद्धि केन्द्र’में प्रशिक्षण दिया जाएगा और भविष्य में इसका विस्तार भी किया जाएगा। पारस ने कहा कि हाजीपुर में जमीन भी उपलब्ध है और जल्द हीं वहां पर कार्यालय खोलने की पहल की जाएगी।

इसके साथ साथ ही बिहार के सभी जिलों में सर्वे कराया जाएगा और आवश्यकता अनुसार खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। उन्होने कहा कि बिहार सरकार से बातचीत कर एक बड़ा कारखाना खोला जाएगा, जहां खाद्य प्रसंस्करण के व्यवसाय और रोजगार के अवसर होंगे। मौके पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव मिन्हाज आलम और निफ्टेम, कुंडली के कुलपति डॉ सी बासु देवप्पा मौजूद थे।

 

 

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