दिल्ली में दरभंगा के युवक की हत्या, अपराधी ने दिनदहाड़े चाकू मारकर ली जान

दरभंगा। दिल्ली में एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। दरभंगा जिले के एपीएम थाना क्षेत्र के मझौलिया गांव निवासी युवक गुंजन दास की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह हत्या दिल्ली के पटेल नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सादिकपुर डिपो के पास स्थित लेटर बॉक्स के निकट दिनदहाड़े हुई, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
गंभीर चाकू से हमला, मौके पर ही मौत
मृतक गुंजन दास पर अपराधियों ने बेरहमी से हमला किया। उसे कमर, छाती और सिर में कई बार चाकू मारा गया। हमले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि गुंजन को 14 अप्रैल को गांव से दिल्ली भेजा गया था और 15 अप्रैल की शाम उसकी हत्या कर दी गई।
कंपनी में कार्यरत था युवक, अपराधियों से रहता था दूर
गुंजन की मां आरती देवी ने बताया कि उनका बेटा एक कंपनी में काम करता था और अपराधियों से हमेशा दूरी बनाए रखता था। उन्होंने बताया कि बेटे पर दबाव डाला जा रहा था कि वह एमजी ग्रुप के साथ लूटपाट में शामिल हो, लेकिन वह हमेशा मना करता था। इसी कारण उसे निशाना बनाया गया।
पुराना विवाद बना जान का दुश्मन
परिजनों के अनुसार गुंजन की कुछ समय पहले एमजी ग्रुप के साथ मामूली कहासुनी हुई थी, जो बाद में रंजिश में बदल गई। बीते साल भी उस पर फायरिंग की गई थी, लेकिन वह उस वक्त बच गया था। इस बार अपराधियों ने मौका पाकर दिनदहाड़े उसकी हत्या कर दी।
कोर्ट में पेशी के लिए गया था दिल्ली
गुंजन के पिता दिनेश दास ने बताया कि बेटे को 16 अप्रैल को कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली भेजा गया था। लेकिन उसके पहुंचने के अगले ही दिन, 15 अप्रैल की शाम को उसकी जान ले ली गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे एमजी ग्रुप का हाथ है।
गांव में पसरा मातम, न्याय की मांग
गुंजन का शव दिल्ली से गांव लाया जा रहा है। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है और परिजन रो-रोकर बेहाल हैं। वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि किस प्रकार असामाजिक तत्व युवाओं की ज़िंदगियाँ छीन रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी और सख्ती से कार्रवाई करता है।
