सीटेट पेपर लीक मामले पटना से शातिर गिरफ्तार, आईपीएस की तस्वीर से बनाया था टेलीग्राम ग्रुप

पटना। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) पेपर लीक मामले में गायघाट के पटशर्मा गांव से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया छात्र सत्यम कुमार बड़ा शातिर निकला। उसने पर्सनल नंबर की डीपी में असम में पोस्टेड एक आईपीएस अधिकारी की तस्वीर लगा रखी थी। पेपर लीक के लिए टेलीग्राम पर बनाए गए ग्रुप में उस आईपीएस अधिकारी के नाम व तस्वीर का उपयोग किया था। उसके मोबाइल की जांच में इसका खुलासा हुआ है। पुलिस उसके एक-एक व्हाट्सएप चैट को खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि टेलीग्राम पर सीटेट क्वेशचन पेपर लीक नाम का एक चैनल संचालित किया गया था। इसे संचालित करने वाले कई लोग पुलिस के रडार पर हैं, जिनकी गिरफ्तारी अब तक पुलिस नहीं कर पाई है। सत्यम को इसी चैनल से पेपर मुहैया कराया गया था। पुलिस ने बताया कि सत्यम का पर्सनल नंबर भी ट्रू-कॉलर एप पर आईपीएस अधिकारी के नाम से बताता है। आईपीएस अधिकारी के नाम व तस्वीर का उपयोग कहां और कैसे किया गया है, इसकी जांच भी चल रही है। सीटेट पेपर लीक मामले को लेकर गायघाट में दर्ज की गई एफआईआर की जांच की मॉनिटरिंग एसएसपी राकेश कुमार ने एएसपी पूर्वी को सौंपी है। कांड में आईओ बनाए गए श्रीकांत चौरसिया को मोबाइल की एफएसएल जांच कराने के लिए कोर्ट से अनुमति लेने का निर्देश दिया गया है। कोर्ट से अनुमति लेने के बाद मामले में सत्यम के मोबाइल को पटना एफएसएल भेजा जायेगा। पेपर लीक मामले में अलग-अलग जिलों के शातिरों का जुड़ाव होने के कारण जिले में चल रही जांच और कार्रवाई की जानकारी देने से वरीय पुलिस अधिकारी भी परहेज कर रहे हैं। सीटेट की परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर कहां और किस सेंटर से लीक हुआ, इसके लिए पटना में भी पुलिस टीम काम कर रही है।

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