देवघर कोर्ट में पटना के हिस्ट्रीशीटर अमित सिंह को गोलियों से भूना, बिहटा में सिनेमा हॉल के मालिक की हत्या मामले में बेऊर जेल में था बंद
धनबाद/पटना। बिहार की राजधानी पटना के बेउर जेल से पेशी के लिए झारखंड के देवघर कोर्ट लाए गए दुर्दांत अपराधी अमित कुमार सिंह की शनिवार को कोर्ट में ही गोली मार दी गई। गंभीर हालत में उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोर्ट में हुई गोलीबारी से हड़कंप मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार, अमित सिंह पटना का दुर्दांत अपराधी है। उसके ऊपर हत्या, रंगदारी समेत कई अन्य गंभीर मामले दर्ज थे। वह बिहटा में सिनेमा हॉल के मालिक की हत्या मामले में बेऊर जेल में बंद था। यही नहीं, भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो भाईयों की हत्या में भी अमित सिंह का नाम सामने आ रहा था। वहीं अमित सिंह देवघर में 2012 में हुए कबाड़ कारोबारी चंचल कोठारी अपहरण मामले में अभियुक्त था। उसी की पेशी के लिए वह देवघर पहुंचा था। अमित को पांच पुलिसकर्मी देवघर कोर्ट लेकर आए थे। यहां एडीजे-3 की अदालत में पेशी के बाद बाहर निकलने के दौरान उसे गोली मारी गई। एडीजे-1 के आदेश पर सभी सुरक्षाकर्मियों के कार्बाइन समेत राइफल और कारतूस रखवाकर पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही न्यायधीशों के साथ एसपी ने कोर्ट परिसर का जायजा लिया। न्यायाधीशों ने एसपी को अदालत परिसर की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश हैं। पुलिस गोलीबारी करने वाले अपराधियों का पता लगाने के लिए अदालत परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस के अनुसार, अमित सिंह को एक गोली कनपटी में, दूसरी सिर में और तीसरी सीने में मारी गई है। अपराधी ने जब उसे गोली मारी तब उसके हाथ में हथकड़ी भी लगी थी। कोर्ट में गोली मारकर हत्या की जानकारी मिलते ही डीआईजी सुदर्शन मंडल, पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट सहित पुलिस पदाधिकारी कोर्ट परिसर पहुंचे एवं मृतक को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पेशी के लिए साथ में आए एक पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि कोर्ट से पेशी करवाकर वकालत खाना में अमित अधिवक्ता राजीव कुमार देव के केबिन में आकर बैठा था। अधिवक्ता कोर्ट में ही थे। तभी एक अपराधी आया और उसने दनादन तीन गोली उस पर दाग दी।