कांग्रेस ने साधा निशाना : रॉफेल खरीद में उजागर हुई केंद्र सरकार की भ्रष्टाचार

पटना। रॉफेल लड़ाकू विमान की खरीद के सौदे में बिचौलिये को किए गए भुगतान को लेकर बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े 60,000 करोड़ रुपये के रक्षा घोटाले की कलई एक बार फिर खुल गई है। फ्रांस की जांच एजेंसी के हालिया आडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा स्वयं हो गया। इस रक्षा सौदे में बिचौलिए की भूमिका थी, अब ये खुलेआम साबित हो चुका है। ये फ्रांस सरकार के जांच से साबित हो रहा है।
राजेश राठौड़ ने कहा कि एफएए के खुलासे के बाद स्पष्ट है कि 1.1 मिलियन यूरो 2016 में डसॉल्ट कंपनी ने मिडिलमैन को दिया है, उसके बाद क्या प्रधानमंत्री देश को जवाब देंगे? राजेश राठौड़ ने कहा कि 2019 चुनावों में कांग्रेस ने लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा लेकिन जनता ने भाजपा को फिर से चुन लिया तो इसका मतलब कतई ये नहीं कि रक्षा सौदे में दलाली का सवाल खत्म हो गया। अब नए सबूत आए हैं जो सरकार से सरकार के बीच के सौदे में बिचौलिए की उपस्थिति को स्पष्ट रूप से उजागर कर रहा है। देश का कानून कहता है कि ऐसे मामले में कार्रवाई होगी और कंपनी ब्लैक लिस्टेड होगी। ये कोई राजनीतिक नहीं, रक्षा सौदे और कानून से जुड़ा सवाल है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार की भ्रष्टाचार वाली नीति स्पष्ट रूप से उजागर हो चुकी है और अब ये कांग्रेस द्वारा केंद्र सरकार पर लगाएं गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस सरकार की जांच एजेंसी का मुहर स्पष्ट कर चुका है।

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