कटिहार में बिहार पुलिस की महिला सिपाही ने की आत्महत्या, प्रेम प्रसंग में खत्म की जिंदगी

कटिहार। बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना परिसर में एक महिला पुलिस सिपाही द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। 2018 बैच की यह महिला सिपाही अनिता कुमारी थी, जो सकरा थाना क्षेत्र के मालपुर अग्रेल गांव की निवासी थी और अनिल कुमार सिंह की पुत्री थी। उसकी लाश को कोढ़ा थाना परिसर में स्थित महिला बैरक के पास एक कमरे में फंदे से लटका पाया गया। इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलने पर कोढ़ा थाना के अपर थानाध्यक्ष और उनके सहयोगी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और इस मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गई। महिला सिपाही के साथ काम करने वाली एक सहयोगी पुलिसकर्मी ने सबसे पहले अनिता की लाश को फंदे से लटका हुआ देखा। उसने तुरंत थाने में सूचना दी, जिसके बाद अधिकारियों की उपस्थिति में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया और शव को फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के बाद से एसएसएल (साइंटिफिक टीम) ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं, इस घटना पर कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि महिला सिपाही अनिता के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। सुसाइड नोट के साथ ही उसके गले में हेडफोन लगा हुआ था और पास में उसका मोबाइल फोन भी रखा हुआ था। इस घटना की जांच की जा रही है और उसके परिवार वालों को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है। अनीता के परिजनों ने, जो पोस्टमार्टम के लिए आए थे, बताया कि अनीता का कोई घरेलू विवाद नहीं था। रक्षाबंधन के मौके पर वह घर आई थी और घटना से पहले उसने अपनी मां से भी बात की थी, जिसमें वह बिल्कुल सामान्य और खुश लग रही थी। परिवार का कहना है कि अनीता पांच बहनों में सबसे छोटी थी और इकलौती नौकरी करने वाली थी, जो घर का खर्च चलाती थी। परिवार के मुताबिक, पहली जानकारी के अनुसार, सुसाइड नोट में किसी पुरुष साथी के नाम का उल्लेख किया गया है, जिससे मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, और जांच अभी जारी है। इस दुखद घटना ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया है। एक युवा, मेहनती और अपने परिवार की इकलौती कमाने वाली लड़की का इस तरह से जीवन समाप्त करना एक बड़ी त्रासदी है। इस घटना के पीछे के कारणों की पूरी जांच की जा रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल, अनिता के परिवार को इस कठिन समय में सांत्वना देना और उन्हें सहारा देना सबसे महत्वपूर्ण है।

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