कांंग्रेस ने पत्रकारिता पर उठाया सवाल : पूर्व विधायक अमिता भूषण ने कहा- लोकतांत्रिक समाज के क्षरण का खतरा बढ़ा

पटना। बिहार महिला कांग्रेस की अध्यक्ष व पूर्व विधायक अमिता भूषण ने प्रेस बयान जारी कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता जब किसी राजनीतिक दल के मीडिया मैनेजमेंट की भूमिका निभाने लगे तो लोकतांत्रिक समाज के क्षरण का खतरा बढ़ जाता है। हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक वीडियो को जिस तरह भाजपा के आईटी सेल के इशारे पर तोड़मरोड़ कर राजस्थान की घटना से जोड़ने का घृणित प्रयास एक मीडिया चैनल ने किया है, वह निंदनीय ही नहीं बल्कि एक बड़ा अपराध है। वर्षों से भाजपा और आरएसएस राहुल की छवि को बिगाड़ने के प्रयास में लगी है, जबकि उन्हें पता है कि राहुल वो सूर्य है, जिसकी चमक को झूठ और फरेब के चंद बादल से ढंका नहीं जा सकता है।
श्रीमती भूषण ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता सरकार चलाना नहीं बल्कि येन-केन-प्रकारेण विरोधी नेताओं की छवि धूमिल करना, विपक्ष की सरकार को अस्थिर करना और देश के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करना रह गया है। जिस मीडिया चैनल ने यह राष्ट्रविरोधी हरकत की है, क्या उसके सिर्फ माफीनामे से पूरा मामला समाप्त माना जा सकता है? हमारा मानना है कि इस तरह के राष्ट्र विरोधी चैनलों और मीडिया हाउस के प्रति सरकार और देश की न्याय प्रणाली को त्वरित संज्ञान लेना चाहिये, ताकि भविष्य में इस तरह से देश और समाज में नफरत का वातावरण बनाने में सक्रिय मीडिया गैंग पर लगाम लगायी जा सके।

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