पहाड़ों से चली बर्फीली हवाओं से बिहार में बढ़ी ठंड; कई जिले कोल्ड-डे की चपेट में; 18 शहरों में गिरा तापमान

  • बिहार में कड़ाके की ठंड का अलर्ट, पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने जारी किया पूर्वानुमान
  • सूबे में अगले तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड के आसार, न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री की गिरावट होगी

पटना। फुलवारीशरीफ, (अजीत)। रविवार और सोमवार लगातार दो दिनों में अधिकतम तापमान में भारी गिरावट के बाद अब न्यूनतम तापमान फिर से लुढ़कने लगा है। रात गहराने के बाद पटना सहित 18 शहरों में न्यूनतम तापमान में आई भारी कमी की वजह से सुबह और शाम में ठंड में काफी वृद्धि हुई है। पटना के न्यूनतम तापमान में पिछले 24 घंटे में 4.1 डिग्री की कमी आई है। इसमें अभी और कमी आने के आसार हैं। पूर्णिया में घने कोहरे की स्थिति रही । 4.5 डिग्री के साथ राज्यभर में सबौर सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि सर्द हवाओं का प्रवाह तेज होने से ठंड में अगले एक-दो दिन में काफी वृद्धि होगी। इस दौरान प्रदेश के 25 जिलों में घने कोहरे की स्थिति रह सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 24 से 48 घंटों के भीतर राज्यभर में ठंड में भारी वृद्धि होगी। सुबह में ठंड का असर ज्यादा दिखेगा। राज्यभर में पारा तेजी से लुढ़केगा। पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान छह से आठ डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। कहीं-कहीं न्यूनतम तापमान इससे नीचे भी जा सकता है। कहीं-कहीं शीत लहर की स्थिति भी बन सकती है। दरअसल, दो दिनों तक राहत के बाद सर्द पछुआ हवा का प्रवाह बढ़ने से सोमवार को राज्य के पांच शहर फिर से शीत दिवस की चपेट में आ गए। तेज हवाओं की वजह से सोमवार को मुजफ्फरपुर, छपरा, सुपौल, सबौर और मोतिहारी में शीत दिवस की स्थिति रही। पटना में दिन में धूप खिलने के बावजूद सर्द और शुष्क हवाओं ने सतह पर अधिकतम तापमान को विशेष ऊपर चढ़ने नहीं दिया। सुबह से शाम तक लोग कनकनी महसूस करते रहे। पटना में  दिन भर खिली धूप के बावजूद चली तेज ठंडी हवाओं से लोग कांप उठे। देर शाम ठंड व गलन अधिक होने पर लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो गये है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में सर्दी के कारण सोमवार को भी बाजार देरी से खुले और रात आठ बजे के बाद बजार बंद होने लगे। ठंडी हवाओं के झोंको से ठिठुरे लोग घरों में दुबके रहे।फिलहाल राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में भी सर्दी से लोगों को राहत नहीं मिल रही है। सर्दी के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। सर्दी के कारण लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं। सुबह और शाम में ग्रामीण और खुले मैदानी इलाके में कोहरा होने से हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही।देर रात पटना के ग्रामीण इलाके में भी हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। दो दिनों तक बिहार के मौसम में सुधार के बाद रविवार से ठंड में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बर्फीली प्रभाव लेकर पहुंची पछुआ और उत्तर पछुआ हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया। इस वजह से रविवार को राज्य के 20 शहरों के अधिकतम तापमान में भारीगिरावट दर्ज की गई।मौसम विभाग ने कहा है कि बिहार के सभी हिस्से में तीन दिनों तक यानी 18 जनवरी तक भीषण ठंड का असर दिखाई देगा। इस दौरान आसमान में घना कोहरा छाया रहेगा। 17 जनवरी को न्यूनतम नौ डिग्री और अधिकतम 19 डिग्री, 18 जनवरी को न्यूनतम तापमान आठ डिग्री और अधिकतम 18 डिग्री रहने का अनुमान है। इसके साथ ही कड़ाके की ठंड ने बिहार के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है।मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश के कुछ अलग-अलग हिस्सों में हाड़ कपाने वाली ठंड पड़ेगी। वहीं अगले पांच दिनों के दौरान कोहरे के साथ ही कुछ इलाकों में सर्दी का सितम जारी रहेगा। फिलहाल दिन में धूप निकलने के बावजूद लोगों को ठंड का एहसास होता रहेगा ऐसे में लोग दिन में गर्म कपड़े पहन कर ही निकले। बिहार में सोमवार को सेकंड वेब का असर देखने को मिला जहां धूप खिलने के बावजूद लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास हुआ सुबह-सुबह कोहरा और ठंडी हवाओं के झोंकों से सर्दी अपने शराब पर रहे वही दिन खोलने के साथ ही जब धूप खिली तो लोगों को लगा कि मौसम में सुधार होगा लेकिन खिली धूप के बावजूद ठंडी हवाओं के थपेड़ों से आम जनजीवन ठंडा होता रहा। सोमवार को दिनभर राजधानी पटना समेत आसपास के के जिलों में सूर्य के दर्शन हुए उसके बावजूद ठंड से लोगों को गलन और कनकनी का एहसास होता रहा। राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस एवं गया का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री पर रिकॉर्ड किया गया।

पटना मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार का सर्व निम्न न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस सबौर भागलपुर तथा सर्वोच्च अधिकतम तापमान डेहरी में 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम पूर्वानुमान के अनुरूप न्यूनतम तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिली, जिसके कारण सबौर सुपौल छपरा मोतिहारी मुजफ्फरपुर आदि जगहों में शीत दिवस की स्थिति बनी हुई थी। मौसम विश्लेषण के अनुसार पूरे राज्य पर सर्द पछूआ हवा का प्रवाह जारी रहेगा और इसके साथ ही अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में दो से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जाएगी । राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में रात्रिकालीन तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस या इससे भी कम हो सकता है एवं राज्य के कई भागों में शीत दिवस और शीतलहरी की स्थिति बनी रहेगी । इस मौसम को देखते हुए आम नागरिकों से पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।  हाड़ कंपा देने वाली ठंड, आवश्यक कार्यों से ही लोग घरों से बाहर निकल रहे है। बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सरकारी दफ्तर और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही कम देखने को मिली रही है। सुबह के समय सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आये। लोग अलाव, गर्म भोजन, गर्म कपड़े, रूम हीटर आदि उपायों से ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। तापमान में लगातार गिरावट आती जा रही है। वही मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार से अगले तीन दिनों के दौरान राज्य के उत्तरी भागों में विशेष कर शीत दिवस कड़ाके की शीतलहर का कहर जारी रहेगा।बिहार का मौसम 16 जनवरी से फिर करवट लेने लगा। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने पूर्वानुमान कर कहा कि 16 से 18 जनवरी तक सूबे में कड़ाके की ठंड का अलर्ट है। राज्यभर में दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट आ सकती है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में संभावित बड़ी गिरावट से राज्य के कई जिले 20 जनवरी तक शीतलहर के प्रभाव में रह सकते हैं। कहीं-कहीं ठंड का प्रभाव उसके बाद भी बना रहेगा। मध्य बिहार और दक्षिण बिहार में ठंडी हवा का प्रवाह अधिक रहने से कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। इस ठंड की अनुभूति दर्ज तापमान से भी अधिक हो सकती है।

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