बिहार में मौसम का मिजाज बदला : छठ पूजा से पहले ठंड दे सकती है दस्तक, गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल से पार

पटना। बिहार से मानसून पूरी तरह से वापस लौट गया है। बिहार में पछुआ हवा चल रही। IMD के आंकड़ों के अनुसार पूरे राज्य में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे है। लिहाजा रात कुछ ठंडी महसूस हो रही है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि इस साल सर्दियों में पारा सामान्य से कुछ नीचे रह सकता है। हालांकि अक्तूबर में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। वही पटना के गांधी घाट पर खतरे के निशान के 29 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा, कलेक्ट्रेट से हाथीदह तक घाटों पर चढ़ा पानी। बिहार में पिछले दिनों हुए तेज बारिश के चलते कोसी और गंडक नदी उफान पर है। वहीं अब गंगा नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। बता दें कि पिछले 5 दिनों से गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। वही जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर चुका है। वही कलेक्ट्रेट से हाथीदह तक घाटों पर चढ़ा पानी। वही दीघा घाट पर जलस्तर 49.82 मीटर और गांधीघाट पर 48.70 मीटर मापा गया है। जबकि दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर और गांधीघाट पर 48.60 मीटर है।
कई जिलों में गिरा पारा।
बिहार राज्य के कई जिलों में तापमान में अचानक गिरावट देखी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले महीने में धीरे-धीरे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वही आगामी नवंबर और दिसंबर में ठंड धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगी। बता दे की सोमवार को समस्तीपुर जिला सबसे अधिक ठंडा रहा। जहां का तापमान 19.05 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
इस बार 33% कम हुई बारिश।
बिहार में मानसून की वापसी निर्धारित समय से 10 दिन के बाद हुई लेकिन उसके बाद भी इस बार प्रदेश में 33% कम बारिश दर्ज की गई। मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2022 के दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सत्र में 1 जून से ले कर 30 सितंबर तक बिहार में सामान्य से कम 683.4 मिमी बारिश हुई है। सामान्य तौर पर 1 जून से 30 सितंबर तक प्रदेश में 992.2 मिमी बारिश होती रही।

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