December 10, 2025

प्रदेश में ठंड ने तोड़ा सीजन का रिकॉर्ड: रात में 5 डिग्री तक हुआ तापमान, पछुआ हवाओं से बढ़ी कनकनी

पटना। बिहार में ठंड का प्रकोप इस वर्ष कुछ ज्यादा ही तीव्र हो गया है। दिसंबर की शुरुआत के साथ ही तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, और अब हालात ऐसे हो गए हैं कि रात का तापमान कई जिलों में 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यह ठंड पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे ने राज्य भर में आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। लोगों की दैनिक गतिविधियाँ बाधित हो गई हैं, जबकि परिवहन व्यवस्था पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है।
ठंड और कोहरे की बढ़ती चुनौती
सुबह होते ही बिहार के अधिकांश जिलों में घना कोहरा छा जाता है। कोहरे की मोटी चादर के चलते विज़िबिलिटी काफी कम हो जाती है, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है। कई जगह तो स्थिति ऐसी रही कि दिन के उजाले में भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे आगे बढ़ना पड़ा। मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया और किशनगंज जैसे जिलों में कोहरे की घनत्व इतनी अधिक रही कि आवाजाही लगभग ठप होने की नौबत आ गई। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में कोहरा और ठंड दोनों की तीव्रता बढ़ सकती है। सुबह और देर शाम के समय कोहरा अधिक घना रहेगा, जिससे सामान्य जीवन पर और असर पड़ेगा। विशेषकर स्कूल जाने वाले बच्चों, काम पर निकलने वाले लोगों तथा बुजुर्गों के लिए यह मौसम कठिनाई लेकर आया है।
तापमान में रिकॉर्ड गिरावट
इस बार दिसंबर में तापमान में आई गिरावट ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कई जिलों में न्यूनतम तापमान लगातार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। रात के समय यह गिरकर 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है, जो बिहार के मौसम के हिसाब से काफी कम माना जाता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी ठंड का असली दौर शुरू ही हुआ है और आने वाले दिनों में तापमान और भी नीचे जा सकता है।
पछुआ हवा का प्रभाव
मौसम विभाग की रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि अगले दो से तीन दिनों में पछुआ हवाएं 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इन ठंडी हवाओं के कारण तापमान में और गिरावट आएगी। पछुआ हवा उत्तर-पश्चिम दिशा से आती है और अपने साथ ठंडक लेकर आती है। यही कारण है कि रात और सुबह में ठंड की तीव्रता अचानक बढ़ जाती है।
विशेष रूप से प्रभावित जिले
मौसम विभाग ने पटना, पूर्णिया, किशनगंज सहित कई जिलों में शीतलहर की संभावना जताई है। वहीं गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, अरवल, जहानाबाद, गया, नालंदा और नवादा जैसे जिलों में ठंड का असर अधिक तेज रहेगा। इन जिलों में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इस स्थिति में लोगों को अपने दैनिक कार्यों के दौरान सावधानी बरतनी होगी।
मुजफ्फरपुर में हालात
मुजफ्फरपुर में ठंड का असर और भी ज्यादा दिखाई दे रहा है। शहर घने कोहरे से ढका हुआ है, जिसके कारण सड़क पर चल रही गाड़ियों की रफ्तार पूरी तरह धीमी हो गई है। दुर्घटनाओं से बचने के लिए लोग दिन में भी हेडलाइट जलाकर वाहन चला रहे हैं। कोहरे की वजह से यातायात अक्सर प्रभावित होता है और स्थानीय परिवहन व्यवस्था में देरी देखने को मिल रही है।
अन्य जिलों में कोहरे की चेतावनी
पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, सारण, सिवान और मधुबनी में हल्के से मध्यम स्तर तक कोहरा छाने की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में कोहरे की वजह से दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और रेल सेवाओं पर असर पड़ सकता है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि अगले 48 घंटे बिहार के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहेंगे।
जनजीवन पर प्रभाव
कड़ाके की ठंड के कारण लोगों की सुबह-शाम की दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। बहुत से लोग ठंड से बचने के लिए घरों में ही रहना पसंद कर रहे हैं। बाजारों में भी भीड़ कम दिखाई दे रही है। वहीं दिहाड़ी मजदूरों और बाहर काम करने वालों के सामने सबसे ज्यादा चुनौतियां खड़ी हो गई हैं, क्योंकि ठंड की वजह से काम की गति प्रभावित हो रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि इस ठंड में विशेष सावधानी बरतना जरूरी है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
आगे के दिनों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मौसम अभी और कठिन हो सकता है। तापमान में और गिरावट आने की पूरी संभावना है। यदि पछुआ हवाएं इसी तरह चलती रहीं, तो बिहार में ठंड का यह दौर और लंबा खिंच सकता है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियों का पालन करने की जरूरत है।

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