22 जून को पटना पहुंचेगे दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, महाबैठक से पहले केंद्र के लाये अध्यादेश पर समर्थन जुटाने की करेंगे कोशिश
- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी आयेगे पटना
पटना। राजधानी पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक की तैयारी पूरी हो गई है। वही 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में 17 राज्यों के बड़े नेताओं के आने की संभावना है। वही इस बैठक के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 22 जून को ही पटना आ जाएंगे। वही केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा भी पटना पहुंच रहे हैं। बता दे की ये सभी नेता 22 जून को 1 बजे पटना एयरपोर्ट पहुचेंगे। जंहा उनका बिहार आप की ओर से भव्य स्वागत किया जाएगा। वही बैठक के दौरान अरविंद केजरीवाल का पहला एजेंडा केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लिए लाए गए अध्यादेश पर समर्थन जुटाना होगा। वही इसके बाद 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होंगे। आप के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पटना आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। उनके स्वागत के लिए सभी कार्यकर्ताओं ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया की 22 जून को गाजे-बाजे के साथ अरविंद केजरीवाल का स्वागत पटना एयरपोर्ट पर किया जाएगा। बता दे कि अरविंद केजरीवाल स्टेट गेस्ट हाउस में रुकेंगे और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे। वही इस बैठक में अध्यादेश के विरोध में समर्थन मांग की जाएगी। पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि दिल्ली के CM बिहार सरकार के निमंत्रण पर आ रहे हैं। ऐसे में वह राज्य सरकार के प्रोटोकॉल में बंधे हुए रहेंगे। पंजाब के CM के गुरुद्वारा जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी उनका गुरुद्वारा अथवा किसी अन्य जगह पर जाने का कोई शेड्यूल नहीं है।
विपक्षी एकता की बैठक में ये नेता होंगे शामिल
पटना में 23 जून को होने वाले विपक्षी एकता की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल आयेंगे। इसके अलावा शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य शामिल होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सितंबर 2022 से ही विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे हैं। वे कई राज्यों की यात्रा कर चुके हैं। इसके अलावा कई और मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की है।


