बेतिया में 8 साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या, फूफेरा भाई समेत चार गिरफ्तार

- दो दिनों से लापता थी बच्ची, गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर किया हंगामा
बेतिया। बिहार के बेतिया जिले में 5 दिनों से लापता 8 साल की बच्ची का बुधवार देर रात शव मिला है। शव मिलते ही लोगों ने गुरुवार सुबह 5 बजे से ही सड़क जाम की और आगजनी कर विरोध जताया। बच्ची के परिवार और स्थानीय लोगों का आरोप है कि उसके साथ गैंगरेप किया गया फिर हत्या कर के शव को फेंक दिया है। परिजन आरोपियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। महिलाएं भी सड़क पर उतर गईं और आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग करने लगीं। इमली चौक पर करीब 200 लोगों के जमा होने के आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची और दो घंटे बाद सदर एसडीपीओ विवेक दीप और दो थानों की पुलिस ने मामला शांत कराया। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि जिस दिन बच्ची की अपहरण किया गया था, उसकी दिन उसकी हत्या की गई। पुलिस की जांच में एक सीसीटीवी भी सामने आया है, जिसमें आरोपी बच्ची को बाइक पर ले जाता हुआ दिख रहा है। आरोपी बच्ची का फुफेरा भाई बताया जा रहा है। सीसीटीवी के आधार पर मुख्य आरोप की गिरफ्तारी की गई। उसी ने बच्ची के शव का पता बताया। शव वहां 4 दिन से पड़ा था। मुख्य आरोपी की निशान देही पर अन्य तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामला नगर थाना क्षेत्र के बसवरिया का है।
अब तक 4 आरोपी की गिरफ्तारी
मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची पिछले दो दिनों से लापता थी। परिजनों ने गुमशुदगी का थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। पुलिस की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आयी और बच्ची की खोजबीन शुरू की। शहर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल गया, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला। इसके बाद बीती देर रात बच्ची का शव चंन्द्रावत नदी के किनारे मिला। बच्ची का अपहरण उसे बेचने के लिए किया गया था, हालांकि बाद में उसकी हत्या कर दी गई। बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं। पिता का आरोप है कि उसकी बेटी की गैंगरेप के बाद हत्या की गई है। हालांकि, पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रही है। मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के बारे में नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 23 मार्च को लड़की के पिता की ओर से थाने में आवेदन दिया गया था। इसमें 22 मार्च की शाम 5:30 बजे से 8 साल की बेटी के लापता होने की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि बच्ची अपनी बुआ के घर इफ्तार में गई थी। वहां से फिर वापस नहीं आई।
पैसे के लिए किया था अपहरण: मुख्य आरोपी
जांच में पाया गया कि बच्ची के फुफेरे भाई ने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर बच्ची का अपहरण किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पैसे के लिए अपहरण किया था, लेकिन पुलिस को घटना की जानकारी हो गई। इसलिए उसकी हत्या करके शव को झाड़ी में छिपा दिया था। घटना में फुफेरे भाई के अलावा उसमान मियां (मृतका के फुफा), सुधीर कुमार उर्फ चिरैया उम्र 25 साल और राजा कुमार उम्र 25 साल को गिरफ्तार किया गया। यह सभी लोग बेतिया के ही हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से होगी रेप की पुष्टि
वहीं पूछताछ के बाद मृतका के फुफेरे भाई के निशानदेही पर 27 मार्च को बच्ची का शव चन्द्रावत नदी के किनारे झाड़ी से बरामद किया गया। बरामद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जीएमसीएच में भेजा गया। इसके बाद जब शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया तो हंगामा शुरू हो गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मामला अपहरण कर हत्या का ही लग रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद बहुत कुछ स्पष्ट हो जाएगा। बेतिया सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार खोजबीन कर रही थी। आरोपित उसका भाई हैं, जो बहला फुसला कर बहन को अगवा किए हुए था। उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। दुष्कर्म की बात अभी सामने नहीं आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ खुलासा हो पाएगा। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत चार को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
