November 14, 2025

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव, कई जगह वाहनों की नो एंट्री, कई रूट हुए डाइवर्ट

पटना। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचने वाले हैं। इस धार्मिक आयोजन के दौरान राजधानी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का खाका तैयार किया है। 5 नवंबर को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है, इसलिए पुलिस ने पहले से ही कई रूटों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई है और कुछ मार्गों को डायवर्ट किया गया है ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष तैयारी
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पटना पुलिस और जिला प्रशासन ने घाटों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। प्रशासन ने बताया कि भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए इस बार ड्रोन कैमरों का भी उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही सभी प्रमुख घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, होमगार्ड और यातायात कर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत घाटों की ओर जाने वाले रास्तों पर वाहन प्रवेश पर रोक लगाई गई है। साथ ही विभिन्न स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैले।
अशोक राजपथ और आसपास के मार्गों पर रोक
पुलिस ने बताया है कि कारगिल चौक से लेकर गायघाट पुल के नीचे तक अशोक राजपथ के सभी एंट्री प्वाइंट बंद रहेंगे। इन इलाकों में किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। केवल श्रद्धालुओं के वाहनों को खजांची रोड से पटना कॉलेज और साइंस कॉलेज परिसर तक पार्किंग की अनुमति दी गई है। गायघाट की ओर जाने वाले वाहन अब ओल्ड बाईपास या न्यू बाईपास के रास्ते धनुकी मोड़, शीतला माता मंदिर अथवा बिस्कोमान गोलंबर से होकर निर्धारित पार्किंग स्थल तक जाएंगे। वहां वाहन पार्क करने के बाद श्रद्धालु पैदल घाट की ओर जा सकेंगे।
बसों और सार्वजनिक वाहनों के लिए विशेष व्यवस्था
पटना जंक्शन या बेली रोड से दानापुर और खगौल की ओर जाने वाली नगर बसें अब कारगिल चौक की दिशा में नहीं जाएंगी। इन बसों को गांधी मैदान के गेट नंबर 10 के अंदर पार्क किया जाएगा। इसके अलावा, यदि कोई वाहन गलती से गायघाट से अशोक राजपथ की दिशा में आता है, तो उसे गांधी चौक से बारी पथ की ओर मोड़ दिया जाएगा। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी स्थिति में वाहनों को सीधे गांधी मैदान की दिशा में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, कारगिल चौक से पश्चिम शाहपुर तक सभी प्रकार के वाहनों को चलने की अनुमति रहेगी।
दीघा और पाटली पथ क्षेत्र की व्यवस्था
दीघा और पाटली पथ इलाके के लिए भी विशेष यातायात योजना बनाई गई है। दीघा (रामजीचक) से अशोक राजपथ होकर जेपी सेतु आने वाले वाहनों को पाटली पथ के उत्तरी छोर से यू-टर्न दिलाकर पाटली पथ के ऊपरी हिस्से में पार्क कराया जाएगा। पाटीपुल घाट, दीघा घाट, शिवा घाट और मीनार घाट के लिए श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग संबंधित घाटों की निर्धारित जगहों पर की जाएगी। वहां से श्रद्धालुओं को पैदल ही घाट तक जाना होगा। गायघाट पुल के नीचे किसी भी प्रकार के टेंपो या व्यवसायिक वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अन्य मार्गों और पार्किंग की व्यवस्था
अगमकुआं आरओबी से आने वाले वाहन केवल एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) तक ही जा सकेंगे। सभी घाटों के लिए वाहनों को तय अंडरपास से ही ले जाया जाएगा, और उन्हें चिन्हित पार्किंग स्थलों पर ही खड़ा करना होगा। गांधी मैदान से घाटों तक पैदल जाने के लिए भी प्रशासन ने सुरक्षित मार्ग तैयार किया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह संकेतक बोर्ड और पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि इन दिशा-निर्देशों का पालन करने से भीड़ में अव्यवस्था और दुर्घटना की संभावना कम होगी।
भारी वाहनों पर पूरी तरह रोक
ट्रैफिक पुलिस ने जानकारी दी है कि 4 नवंबर की रात 10 बजे से लेकर 5 नवंबर की सुबह 11 बजे तक सोनपुर और छपरा से पटना की ओर आने वाले सभी भारी वाहनों पर रोक रहेगी। इस अवधि में बस, ट्रक, हाईवा, जेसीबी जैसे वाहन नहीं चलेंगे। पटना की ओर आने वाले वाहन गंगा पथ के नीचे नहीं उतर सकेंगे। सामान्य लोगों से अनुरोध किया गया है कि इस अवधि में महात्मा गांधी सेतु का प्रयोग करें। वहीं, जेपी सेतु रेलवे ब्रिज के पूरब से उतरने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़ा करेंगे और फिर पैदल घाट की ओर बढ़ेंगे।
कॉलेज क्षेत्रों में पार्किंग और पैदल मार्ग
पटना कॉलेज और साइंस कॉलेज के पास भी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पटना कॉलेज बारी पथ से आने वाले वाहनों को खजांची रोड के जरिए अशोक राजपथ की ओर भेजा जाएगा। श्रद्धालु अपने वाहन कॉलेज मैदान में पार्क कर पैदल घाट तक पहुंचेंगे। साइंस कॉलेज में आने वाले वाहनों की पार्किंग कॉलेज परिसर में ही होगी। वहां से श्रद्धालु एनी बेसेंट रोड, रमना रोड या कुनकुन सिंह लेन के रास्ते विभिन्न घाटों तक पैदल पहुंच सकेंगे।
प्रशासन की अपील और चेतावनी
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में निजी वाहनों का उपयोग न करें और सार्वजनिक परिवहन या पैदल मार्ग का ही चयन करें। सभी घाटों पर सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी और किसी भी नियम का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिना अनुमति घाट क्षेत्रों में वाहन ले जाने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। पटना प्रशासन ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की आस्था और सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर ट्रैफिक व्यवस्था तैयार की है। यदि लोग इन नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं, तो यह धार्मिक आयोजन बिना किसी अव्यवस्था के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा। प्रशासन का उद्देश्य यही है कि श्रद्धालु गंगा स्नान के इस पवित्र पर्व पर श्रद्धा के साथ अपने पुण्य कर्म का लाभ उठाएं और सुरक्षित घर लौटें।

You may have missed