लोकतंत्र की हत्या पर उतारू है केंद्र सरकार : तारिक अनवर

* भारतीय लोकतंत्र की ज्वलंत चुनौतियां विषय पर परिसंवाद का आयोजन
* सच बोलने पर पाबंदी लगाना चाहती है केंद्र सरकार: तारिक अनवर


पटना। राजीव गांधी स्टडी सर्किल के तत्वावधान में भारतीय लोकतंत्र की ज्वलंत चुनौतियां विषय पर परिसंवाद का आयोजन बुधवार को होटल सम्राट इंटनेशनल में किया गया। परिसंवाद के उद्घाटनकर्ता बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा और मुख्य अतिथि अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव तारिक अनवर थे।
देश की संवैधानिक संस्थाएं खतरे में
तारिक अनवर ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश बहुत गंभीर दौर से गुजर रहा है। देश की संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं। सच बोलने वाले को चुप कराने और डराने के लिए सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। मीडिया को सच बताने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के मजबूती के लिए लोगों की मजबूती बहुत जरूरी है, जिसे वर्तमान सरकार कमजोर करने पर तुली हुई है। लोकतंत्र हमारे देश की बुनियाद है। आज जिनके हाथ में सत्ता है वो अलोकतांत्रिक लोग हैं। उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों पर बोलते हुए कहा कि आरएसएस बगैर संविधान का निर्मित संस्था है और देश की लोकतंत्र पर अपनी उसी विचारधारा को थोपने का काम करती है। वर्तमान सरकार के खिलाफ बोलने वाले को दबाने का काम इस संगठन से दीक्षित लोग कर रहे हैं। सरकार सम्पोषित तानाशाही के इस दौर में लिखने-बोलने तक की आजादी को छीन लिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र को बचाना है तो हमें फासिस्ट ताकतों को रोकना होगा। वर्तमान सरकार अपनी विचारधारा को थोपने के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्जा करने की जुगत में दिन रात लगी हुई है। उन्होंने पेगासस जासूसी कांड पर कहा कि देश के प्रमुख लोगों की जासूसी कर मोदी सरकार ने यह साबित किया कि वो भयभीत है और येन केन प्रकारेण सत्ता को नियंत्रित करने के लिए सबसे निचले स्तर तक गिर चुकी है।
लोकतंत्र की मजबूती के लिए युवा आगे आएं
कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए युवाओं को आगे आना होगा। देश के युवा और प्रत्येक नागरिक को देश बचाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा। लोकतंत्र की मजबूती के लिए लोगों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार होना होगा। डॉ. झा ने कहा कि हाल में जासूसी प्रकरण ने देश के लोकतंत्र पर जो कुठाराघात किया है वो अक्षम्य है। देश को तोड़ने वाले लोगों को सरकार चलाने की जिम्मेदारी दे दी गयी है। जनता को जागृत होना पड़ेगा, तभी देश में लोकतंत्र की रक्षा हो सकेगी।
लोकतंत्र की मजबूती बहुत जरूरी
राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राज्य समन्वयक प्रो. डॉ रामायण प्रसाद यादव ने गोष्ठी के अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं है बल्कि नागरिकों के न्यूनतम अधिकारों की रक्षा करने की प्रणाली भी है। 21वीं सदी में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में लोकतंत्र की मजबूती बहुत जरूरी है।
इन्होंने किया संबोधित
परिसंवाद को कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह धीरज, पूर्व विधायक सतीश कुमार, गजानन्द शाही, प्रदेश मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, इंटक नेता चन्द्रप्रकाश सिंह, डॉ अजय सिंह, जमाल अहमद भल्लू ,स्नेहाशीष वर्धन पांडेय आदि प्रमुख लोगों ने संबोधित किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन बिहार कांग्रेस के पूर्व महासचिव प्रो. डॉ. अंबुज किशोर झा ने किया। इस मौके पर मुख्य रूप से संजय पासवान, हरिनारायण द्विवेदी, प्रो. श्यामजी मिश्र, प्रो विभूति शरण, तमन्ना, चंद्रिका यादव, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, अजय सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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