लखीसराय फायरिंग मामले की सीबीआई करें उच्च स्तरीय जांच, पीड़ितों को मिले उचित मुआवजा : विजय सिन्हा
पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने लखीसराय गोलाकांड में घायल हुए लोगों से अस्पताल में मुलाकात की। घायलों से मिलने के बाद विजय सिन्हा ने शुक्रवार को अपने आवास पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि गोली मारकर एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी गई, जबकि 3 सदस्य अस्पताल में भर्ती है। दो लोगों के शरीर से अभी तक गोली भी नहीं निकाली जा सकी है। पुलिस ने घटना को प्रेम प्रसंग से जोड़ दिया, जबकि मामला जमीन विवाद का है। पहले भी पीड़ित परिवार ने छेड़खानी, मारपीट की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। अगर समय पर पुलिस कार्रवाई करती तो इस तरह की घटना नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जिसे जनता राज कह रहे हैं, वो पूरी तरह से गुंडाराज में तब्दील हो गया है। यहां बालू सिंडिकेट का लाइसेंस जिसको मिला है, जिस साइट पर मर्डर होता है और गोली चलती है। तो उसका लाइसेंस रद्द क्यों नहीं होता है। ऐसे लोगों को इसलिए बचाया जाता है क्योंकि सत्ता में इनकी हिस्सेदारी और भागीदारी है। इनका चेहरा सीबीआई जांच से उजागर होगा। सरकार को मेरी चुनौती है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करा दें, सच सामने आ जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विजय सिन्हा ने महागठबंधन के नेताओं के साथ अपराधी की तस्वीर भी दिखाई।
सता में बैठे लोग ही हैं बालू माफिया
विजय सिन्हा ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और जदयू नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि एक भी बालू के कारोबार से मेरा या मेरे परिवार का संबंध है तो बताएं, नहीं तो माफी मांगें। बालू माफिया विजय सिन्हा है या आपके सत्ता में बैठे राजद और जदयू के लोग हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। हर थाना प्रभारी करोड़पति बन गया है। इस पर आपका बयान आना चाहिए। लखीसराय की घटना में पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। मुआवजा नहीं मिला तो पूरे बिहार में आंदोलन किया जाएगा। सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि गृह विभाग आपके जिम्मे हैं। फिर भी लोगों को सुरक्षा देने में सक्षम नहीं है। अपराध पहले रात में होता था, अब तो खुलेआम दिन में हो रहा है।