खुलासा : सॉल्वर गैंग के जाल में फंसकर बिहार की मां और बेटी पहुंची जेल, छात्रा को पिछले छह महीने से परीक्षा देने के लिए कर रहे थे तैयार

वाराणसी। सॉल्वर गैंग के जाल में फंसकर आज मां और बेटी जेल पहुंच गई है। पैसे के लालच देकर सॉल्वर गैंग ने बीडीएस की छात्रा जूली को परीक्षा के बाद पांच लाख रुपए देने का वादा किया था। परीक्षा देने के बाद जूली पांच लाख रुपये गिनने का सपना बुनते हुए परीक्षा केंद्र से बाहर निकल रही थी। लेकिन उसका सपना हकीकत में नहीं बदल सका। उसे रुपए तो नहीं मिले, अपितु मां और बेटी जेल जरूर पहुंच गईं।
छात्रा के पिता पटना में सब्जी बेचते हैं
बीएचयू की सेमेस्टर टॉपर छात्रा जूली के पिता मुन्ना कुमार पटना में सब्जी बेचते हैं। सॉल्वर गैंग ने उनकी पत्नी बबिता से संपर्क किया और पांच लाख रुपये का लालच दिया। कहा कि अगर तुम्हारी बेटी हमारी कैंडिडेट की जगह बैठ कर परीक्षा दे देगी तो सेंटर से बाहर निकलते ही पांच लाख रुपये मिल जाएंगे। इसके लिए बबिता को 50 हजार रुपये पेशगी के तौर पर गैंग द्वारा दिए गए थे। जिससे बबिता लालच में आ गई और अपनी बेटी जूली को असल कैंडिडेट की जगह परीक्षा में बैठने के लिए राजी कर लिया।
महिला कांस्टेबल का पैर पकड़ रोयी
यूपी पुलिस ने जब जूली को गिरफ्तार किया और उसे वाराणसी के सारनाथ थाने ले गई तो वह फूट फूटकर रोने लगी। वह बार-बार अपनी गलती पर पछतावा कर रही थी। उसने रोते हुए एक महिला कांस्टेबल का पैर पकड़ लिया और कहा कि मुझे छुड़ा लीजिए। पुलिस पूछताछ में मां-बेटी ने खुलासा किया कि फरार आरोपित विकास महतो ने हमें पैसे का लालच दिया था। जूली ने कहा कि मैं पैसे की लालच में आ गई। वह बार-बार हाथ जोड़कर रोते हुए छोड़ने की गुहार लगा रही थी। जूली ने कहा कि मुझे छोड़ दो अब मैं दुबारा इस तरह का काम नहीं करूंगी।
भाई के माध्यम से जूली के घर पहुंचा विकास
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने एक-एक कर सभी राज खोले हैं। छात्रा जूली कुमारी के भाई अभय कुमार कुशवाहा की मुलाकात पटना में बिहार के खगड़िया जिले के बेला सिकड़ी गांव निवासी विकास कुमार महतो से हुई थी। विकास खुद को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाला छात्र बताता था। दोनों में दोस्ती हुई तो अभय ने विकास को बताया कि उसकी बहन बीएचयू से बीडीएस कर रही है। इसी के बाद से विकास ने अभय के घर आना-जाना शुरू किया। ये लोग जूली पर पिछले छह महीने से नजर रख रहे थे और उसे परीक्षा देने के लिए तैयार कर रहे थे। विकास ने अभय की मां को पांच लाख रुपए का लालच देकर जूली कुमारी को मेडिकल प्रवेश परीक्षा में दूसरे की जगह बैठाने के लिए तैयार कर लिया।
सेमेस्टर टॉपर है जूली
आरोपित जूली बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के फैकल्टी आफ डेंटल साइंसेज की सेकेंड ईयर की छात्रा है। वह पढ़ने में काफी तेज है। अपने बैच में उसने सेमेस्टर टॉप भी किया है। नीट परीक्षा में जूली को 720 में से 522 अंक मिले थे। उसकी एकेडमिक समझ काफी बेहतर है। पढ़ाई के अलावा किसी और काम से मतलब नहीं रखती थी। उसके साथ पढ़ने वाली छात्राएं भी इस हरकत से दंग हैं। फैकल्टी आफ डेंटल के डीन प्रो. विनय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें अभी तक छात्रा की गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं मिली है। यदि इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो विश्वविद्यालय प्रशासन को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की जाएगी।

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