बिहार सरकार फेमिली प्लानिंग को ले सजग : अब हर माह 21 तारीख को मनाया जाएगा फेमिली प्लानिंग डे, 9 तारीख को होगी प्रसूताओं की काउंसलिंग

पटना। बिहार सरकार फेमिली प्लानिंग को ले सजग है। इसे लेकर नया प्लान तैयार किया गया है। अब हर माह की 9 तारीख को हेल्थ सेंटर पर प्रसूताओं की काउंसलिंग कराई जाएगी और 21 तारीख को फेमिली प्लानिंग डे मनाया जाएगा। बिहार सरकार परिवार नियोजन को लेकर कई ऐसे प्लान तैयार किए हैं। सितंबर माह की 21 तारीख को पहली बार बिहार में फेमिली प्लानिंग डे मनाया जाएगा।
परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता पर सरकार का जोर
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि छोटा परिवार ही खुशी का आधार होता है। अब समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता पर सरकार पूरा जोर दे रही है। इसके व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर विभाग बड़ी पहल करने जा रही है। इसके तहत अब हर माह की 21 तारीख को फेमिली प्लानिंग डे मनाने का निर्णय लिया गया है। इस बार 21 सितंबर को पहली बार इसका आयोजन किया जाएगा। इस खास दिन सभी चिकित्सा संस्थानों पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
बड़े बदलाव की तैयारी
कार्यक्रम की शुरूआत बिहार में बड़े बदलाव की तैयारी को लेकर की जा रही है। इससे अनचाहे गर्भ के मामले, मातृत्व मृत्यु दर, नवजात मृत्यु दर व प्रसव संबंधी जटिलता के मामलों में कमी लाने की दिशा में बड़ा प्रयास किया जाएगा।
प्रसूताओं की होगी काउंसलिंग
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विशेष कार्यक्रम को लेकर कहा कि आयोजन की सफलता को लेकर हर स्तर पर अनुश्रवण व मूल्याकंन का इंतजाम सुनिश्चित कराया जाएगा। इसी तरह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की 9 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की काउंसिलिग का इंतजाम सुनिश्चित कराया जाएगा। एएनसी जांच के लिए आने वाली महिला व उनके परिजन को नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करते हुए उनका पंजीकरण किया जाएगा। परिवार नियोजन दिवस की सफलता को लेकर जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
असुरक्षित गर्भपात मामलों में आएगी कमी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, परिवार नियोजन के कार्यक्रम से आम लोगों तक नियोजन सेवाओं की आसान पहुंच होगी। इससे असुरक्षित गर्भपात के मामलों में कमी आएगी। मातृत्व व शिशु मृत्यु दर में गिरावट, एचआईवी संक्रमण से बचाव, महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ सामाजिक व आर्थिक विकास को तेज किया जा सकता है। विशेष दिवस के दिन नियोजन संबंधी विकल्पों में से इच्छुक दंपति किसी एक का चयन करते हैं, तो उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने का सारा इंतजाम होगा। चिकित्सा संस्थानों पर आयोजित होने वाले परिवार नियोजन दिवस का क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाएगा।

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