चिराग ने विपक्षी एकता की मुहिम पर कसा तंज, कहा- कभी एकजुट नहीं हो पाएगा विपक्ष, ये सिर्फ एक भ्रम है

पटना/आरा। लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया है। इसके साथ ही विपक्षी एकता की मुहिम को लेकर भी तंज कसा है। चिराग पासवान ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री PM बनने की चाहत में दर-दर भटक रहे हैं। इसी मंशा से दरवाजे-दरवाजे जाकर प्रधानमंत्री पद के लिए अर्जी लगा रहे हैं। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री को आज की तारीख में बिहार में होना चाहिए था। बिहार में हो रही हत्याओं के पीड़ित के परिवारों से मिलना चाहिए, जहरीली शराब से हो रही मौतों में उनके पीड़ित परिवार से मिलना चाहिए था। लेकिन, वो मुख्यमंत्रियों के दरवाजे पर जा रहा हैं ताकि उनको देश का प्रधानमंत्री पद का दावेदार बना दिया जाए। इसी लालसा में तमाम विपक्षी दल लगे हुए हैं। आज तक ऐसा हुआ नही जो विपक्ष एकजुट हो जाए, ये सिर्फ भ्रम मात्र है।
कभी एकजुट नहीं हो पाएगा विपक्ष
वही आगे चिराग ने कहा कि विपक्ष दल अपनी महत्वकांक्षा को लेकर कभी भी एकजुट नहीं हो पाएंगे। एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं को अपनी-अपनी महत्वकांक्षा को त्यागना पड़ेगा। वही विपक्षी दल के नेता मंच पर फोटो खींचाने के लिए एक दूसरे का हाथ पकड़ लेते हैं। जब-जब विपक्षी दल के नेता विपक्षी एकता को दिखाने के लिए फोटो खिंचवाते है तो एक मंच ही पर एक दर्जन से ज्यादा प्रधानमंत्री पद के दावेदार दिखते हैं। हर किसी के मन में यही चलता है कि कैसे बगल वालों को काटे, कैसे बाएं-दाएं वालों को काटे और खुद प्रधानमंत्री पद के दावेदार बन जाए। चिराग पासवान शनिवार अपनी पार्टी के नेता दीपक कुमार उर्फ दीपू की मां मानती देवी के निधन के बाद उनके परिवारों से मिलने भोजपुर पहुंचे थे। इस दौरान ही उन्होंने ये बातें कहीं। चिराग पासवान ने कहा कि 2000 हजार के नोट बंद का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर लिया गया फैसला है जो पहले ही ले लेना चाहिए था। बड़ी करेंसी नोट को इकट्ठा करना काफी आसान होता है। बिहार जैसे राज्य में युवा काम नहीं मिलने के कारण पलायन करने पर मजबूर हैं। नोटबंदी में राजनीति करने के बजाय कैसे हर हाथ को रोजगार मिले ये सोचना चाहिए। चिराग पासवान ने कहा कि बाबा आये और गए। सत्ता से लेकर विपक्ष तक बाबा को लेकर उत्साह देखने को मिला। चिराग पासवान ने नीतीश-तेजस्वी के सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जो जंगलराज का विकल्प बनाकर आए थे। बिहार में आज कि तारीख में हर दिन हत्याएं हो रही हैं, लोग अपने घर से निकलने में दस बार सोचते हैं कि सुबह में निकले शाम को घर आ पाएंगे की नहीं। ये डर-भय हर बिहारी के मन में है। बिहार में अपराध चरम सीमा के ऊपर है। बिहार के कोई गांव में कोई भी सरकारी कार्य बिना रिश्वत के नहीं होती। सरकार नहीं चाहती ज्वलंत विषयों को उठाए जाए उस पर कोई चर्चा हो। वही ध्यान भटकाने को लेकर रह-रहकर कभी राम चरित्र मानस को लेकर तमाम तरीके विवादस्पद बयान इसलिए दिए जाते हैं ताकि काम की बातों पर जनता का ध्यान न जाए।

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