गया में कोल्ड ड्रिंक और तेल के कारोबारी की हत्या, अपराधियों ने मारी गोली, अस्पताल में तोडा दम
गया। गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के महुएत गांव में शुक्रवार की देर शाम एक दर्दनाक घटना घटित हुई, जिसमें कोल्ड ड्रिंक और तेल का कारोबार करने वाले एक दिव्यांग युवक सुमिन्द्र साव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और परिजन सदमे में हैं।
बिजली गुल का उठाया गया फायदा
शुक्रवार की शाम जब सुमिन्द्र अपनी दुकान पर था, तभी अचानक बिजली गुल हो गई। इसी अंधेरे का फायदा उठाकर अज्ञात अपराधियों ने उसकी छाती में गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसे तत्काल वजीरगंज सरकारी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही सुमिन्द्र के मृत होने की खबर परिजनों को मिली, घर में कोहराम मच गया। सुमिन्द्र की अभी शादी भी नहीं हुई थी और वह छह भाइयों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई विजय साव ने बताया कि सुमिन्द्र एक पैर से दिव्यांग था और अत्यंत शांत स्वभाव का व्यक्ति था। उसका किसी से कोई झगड़ा या दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में परिजन इस बात से सदमे में हैं कि आखिर उसके साथ ऐसा क्यों हुआ।
स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश
घटना के बाद गांव के लोग डरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद पिस्टल लहराते हुए खुलेआम मौके से फरार हो गए। यह दृश्य कई लोगों ने देखा, जिससे पूरे गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि यह वारदात किसी योजना के तहत की गई है और इसके पीछे गांव के ही कुछ आपराधिक तत्वों का हाथ हो सकता है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। परिजनों के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। वजीरगंज थानाध्यक्ष ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
व्यापारियों में सुरक्षा को लेकर चिंता
इस घटना के बाद गया जिले के छोटे कारोबारियों और दुकानदारों में भय का माहौल है। वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और पुलिस से मांग कर रहे हैं कि इलाके में गश्त बढ़ाई जाए और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो यह घटना न केवल एक निर्दोष की हत्या है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि आखिर कब तक आम लोग, विशेषकर व्यापारी, अपराधियों के डर में जीते रहेंगे। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से न्याय दिला पाती है और इस वारदात में शामिल लोगों को कानून के कठघरे में लाती है।


