December 3, 2025

वैशाली में छुट्टी पर घर आए बीएसएफ जवान की मौत, हार्ट अटैक से गई जान

वैशाली। वैशाली जिले के बिदूपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत साहदुल्लपुर चकफरीद मधुरापुर गांव में शुक्रवार देर रात को उस समय शोक की लहर दौड़ गई जब जम्मू-कश्मीर में तैनात बीएसएफ के जवान राजू कुमार (29 वर्ष) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह हाल ही में छुट्टी लेकर अपने गांव आए थे और अपने चचेरे ससुर के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 17 मई को घर लौटे थे। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार शाम लगभग 5 बजे राजू को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। उन्हें तत्काल स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया। राजू की अचानक हुई मौत ने पूरे परिवार के साथ-साथ गांव को भी गहरे शोक में डुबो दिया है। राजू कुमार बीएसएफ में 2022 में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे और फिलहाल जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। उनके जीजा रविंद्र राय ने बताया कि राजू ने हाल ही में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भाग लिया था। उल्लेखनीय है कि 6-7 मई की रात को भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई थी। इस ऑपरेशन का हिस्सा रहे राजू की असमय मृत्यु से उनके साथी जवानों और परिजनों में भी गहरा आघात है। राजू कुमार अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनके पिता ब्रजनंदन राय (55 वर्ष) ने बताया कि राजू की मां का निधन उनके बचपन में ही हो गया था। राजू की शादी लगभग दस साल पहले हुई थी और उनके दो छोटे बच्चे हैं—एक बेटा जिसकी उम्र मात्र दो वर्ष है और एक बेटी जो पांच साल की है। उनकी पत्नी और बच्चे इस दुखद घटना से बेसुध हैं। गांव में राजू की मृत्यु की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। ग्रामीणों ने मांग की है कि राजू कुमार का अंतिम संस्कार राष्ट्रीय ध्वज के साथ राजकीय सम्मान से किया जाए, ताकि उनकी शहादत और सेवा को उचित सम्मान मिल सके। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि राजू ने देश की सेवा में जिस निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य किया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। स्थानीय प्रशासन को भी राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार की मांग की सूचना दे दी गई है। अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचने की तैयारी में हैं। राजू की आकस्मिक मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। देश की रक्षा में जुटे जवानों की अनदेखी सेहत संबंधी समस्याओं की यह एक और गंभीर मिसाल है, जिस पर सरकार और सेना प्रशासन को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

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