November 18, 2025

दरभंगा में बीपीएससी शिक्षिका की हत्या, खेत में मिला शव, पति और ससुर फरार, छापेमारी जारी

दरभंगा। जिले में शनिवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। सुपौल बाजार के डुमरी रोड पर बिरौल थाना क्षेत्र में 25 वर्षीय बीपीएससी शिक्षिका पुष्पा कुमारी का शव उसके ससुराल के पीछे खेत में बरामद हुआ। मृतका का शव घर से महज 15 फीट दूर पानी भरे खेत में पड़ा मिला, जिससे घटना की गंभीरता और रहस्य और गहरा गया है।
छह महीने पहले हुई थी शादी
पुष्पा कुमारी की शादी इसी साल मार्च में प्रमोद प्रसाद से हुई थी, जो स्वयं भी बीपीएससी के माध्यम से शिक्षक के पद पर कार्यरत है। शादी को अभी मुश्किल से छह महीने ही हुए थे कि अचानक उसकी मौत ने मायके वालों और पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। शादी के इतने कम समय में इस तरह की दर्दनाक घटना होने से मामला और भी गंभीर माना जा रहा है।
पिता ने ससुराल वालों पर लगाए गंभीर आरोप
मृतका के पिता प्रमोद कुमार साहू ने इस घटना को सुनियोजित हत्या करार दिया है। उनका कहना है कि शुक्रवार सुबह करीब छह बजे बेटी के ससुर ने फोन कर बताया कि पुष्पा घर से भाग गई है। यह सुनकर वे तुरंत बेटी के ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां का नजारा देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के पीछे खेत में बेटी का शव पड़ा मिला। पिता ने आरोप लगाया कि ससुर, दामाद प्रमोद प्रसाद, उसके बहनोई और अन्य परिजनों ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया है।
भाई ने भी लगाए हत्या के आरोप
पुष्पा के भाई मनिकेश कुमार ने बताया कि सुबह जब ससुर ने फोन किया तो कहा कि पुष्पा घर पर नहीं है। इसके बाद जीजा से संपर्क किया गया तो उन्होंने दावा किया कि पुष्पा ने फांसी लगा ली है। भाई ने स्पष्ट कहा कि बहन को पति, सास, ससुर और ननद ने मिलकर मार डाला है। उनका आरोप है कि शादी के बाद से ही बहन को दहेज को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था।
गुस्साए परिजनों ने किया सड़क जाम
पुष्पा की मौत की खबर मिलते ही मायके पक्ष के लोग गुस्से से भर उठे। परिजनों ने शव मिलने के बाद सड़क जाम कर दिया और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक ससुराल पक्ष के सभी लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। हालांकि शुरुआती जांच और परिस्थितियों को देखते हुए मामला हत्या का लग रहा है।
दहेज प्रताड़ना का भी आरोप
परिजनों का दावा है कि पुष्पा को लगातार दहेज को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था। शादी के बाद से ही ससुराल वाले अतिरिक्त दहेज की मांग करते थे और इसी प्रताड़ना का परिणाम उसकी मौत बन गई। मायके पक्ष ने इस आरोप को मजबूती से दोहराते हुए कहा है कि यदि समय रहते प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो बेटियों की सुरक्षा पर सवाल उठेंगे।
पति और ससुर फरार, छापेमारी जारी
घटना के बाद से मृतका का पति प्रमोद प्रसाद और ससुर फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है और गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समाज के लिए बड़ा सवाल
यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के सामने भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। पढ़ी-लिखी और स्वयं शिक्षिका होने के बावजूद पुष्पा दहेज की कुप्रथा और पारिवारिक प्रताड़ना से बच नहीं सकी। यह घटना इस बात का संकेत है कि समाज में आज भी दहेज जैसी बुराई गहराई तक फैली हुई है और महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है। दरभंगा की यह घटना न केवल एक शिक्षिका की हत्या है, बल्कि समाज और व्यवस्था दोनों पर एक गहरी चोट भी है। प्रशासन के सामने चुनौती है कि वह शीघ्रता से दोषियों को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए। वहीं समाज के लिए यह समय आत्ममंथन का है कि आखिर क्यों शिक्षित परिवारों में भी दहेज जैसी कुप्रथाएं आज भी जिंदा हैं। यदि ऐसे मामलों पर सख्ती से रोक नहीं लगाई गई तो बेटियों की सुरक्षा और सम्मान पर हमेशा खतरा बना रहेगा।

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