68वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा कल; पहली बार होगा नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान, आयोग की गाइडलाइन जारी
पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 68वीं पीटी की परीक्षा 12 फरवरी, रविवार को लेने जा रहा है। बिहार लोक सेवा आयोग अपने इतिहास में पहली बार निगेटिव मार्किंग के तहत पीटी की परीक्षा लेने जा रहा है। 67वीं परीक्षा के लिए कुल पदों की संख्या 324 है। 12 फरवरी, रविवार को आयोजित पीटी को लेकर आयोग ने दिशा-निर्देश भी अपनी वेबसाइट पर जारी कर रखा है। आयोग ने साफ-साफ कहा है कि कदाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ पकड़े जाने वाले परीक्षार्थियों को 5 साल के लिए परीक्षा से डिबार कर दिया जाएगा। परीक्षा के बारे में अफवाह फैलाने वालों को 3 साल के लिए डिबार किया जाएगा। यही नहीं इन परीक्षार्थियों के बारे में यूपीएससी सहित विभिन्न राज्यों की पीसीएस को भी जानकारी भेजी जाएगी।
राज्यभर में बनाए गए 850 परीक्षा केन्द्र
जानकारी है कि बीपीएससी ने 68वीं पीटी के लिए बिहार के 38 जिलों में 850 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। पटना में 68 केंद्रों पर 40478 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। आयोग के सचिव और परीक्षा नियंत्रक रविभूषण ने बताया कि इस बार की पीटी परीक्षा में 4 लाख 34 हजार 661 आवेदन आए हैं। पीटी की परीक्षा में पहले ही की तरह 150 प्रश्न पूछे जाएंगे लेकिन इस बार वन फोर्थ नेगेटिव मार्किंग लागू होगी। यानी 4 सवालों के गलत उत्तर आप देंगे तो आपके एक नंबर काट लिए जाएंगे। छात्र-छात्राओं की लगातार मांग रही कि आयोग को प्रश्नों के ऑप्शन से E ऑप्शन को हटा देना चाहिए। लेकिन आयोग ने इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। इसलिए इस बार भी E ऑप्शन भी प्रश्नों के साथ आपको दिखेगा। छात्र-छात्राओं का आरोप रहा है कि आयोग E ऑप्शन के जरिए अपनी गलतियां छिपाने का काम करता है।
9 बजे से परीक्षा केन्द्र में इंट्री
अच्छी बात यह है कि दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आयोग ने इस बार बेहतर इंतजाम किया है। दिव्यांग अभ्यर्थियों को होम सेंटर ही दिया गया है। यही नहीं उनके लिए ग्राउंड फ्लोर पर परीक्षा देने की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग अभ्यर्थियों को 40 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। 12 फरवरी रविवार को परीक्षा 12 बजे से 2 बजे के बीच ली जाएगी। लेकिन परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर 9:00 बजे से प्रवेश दिया जाना शुरू कर दिया जाएगा। सेंटर के अंदर 11 बजे के बाद प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। परीक्षा केन्द्रों पर जैमर लगाए जा रहे हैं। वही आयोग ने परीक्षा में सख्ती बरतने के लिए यह तय किया है कि कोई भी अभ्यर्थी ओएमआर शीट से छेड़छाड़ करेंगे तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ओएमआर सीट पर व्हाइटनर का इस्तेमाल करने पर निगेटिव मार्किंग दी जाएगी, इसलिए इस बार अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट रंगते समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए और साथ ही समय का ख्याल भी रखना चाहिए।