BPSC पेपर लीक : मुंगेर हत्याकांड का अभियुक्त आनंद गौरव निकला गिरोह का सरगना, एनआईटी पटना से है पास

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले के तार मुंगेर और भागलपुर से जुड़ रहे हैं। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने संगठित गिरोह द्वारा अंजाम दिये जाने की बात कही है, साथ ही जांच टीम ने भागलपुर के कृषि विभाग के क्लर्क राजेश कुमार समेत चार लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया है। बता दें बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच 14 सदस्यीय टीम कर रही है। टीम का नेतृत्व ईओयू के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार कर रहे हैं। टीम ने रविवार को गिरोह का खुलासा करते हुए गिरोह से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
इलाहाबाद भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हो चुका है सरगना
ईओयू के मुताबिक, गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव है, जो साल 2020 में मुंगेर जिले में हुए हत्याकांड में अभियुक्त भी है। आनंद गौरव पहले भी इलाहाबाद भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हो चुका है। बताया जाता है कि एनआईटी पटना से पास होने के बाद वह इस तरह के धंधे में संलिप्त हो गया। गिरोह के सरगना के बैंक खाते में करीब 12 लाख रुपये जमा होने की सूचना है।
कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद, 2.92 लाख रुपये की रिकवरी
ईओयू ने गिरोह के सदस्यों के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं, साथ ही कई बैंक खातों में लाखों रुपये होने का पता चला है। ईओयू ने बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। ईओयू ने 2.92 लाख रुपये की रिकवरी भी की है, साथ ही एक लैपटॉप बैटरी, डिवाइस के साथ ब्लूटूथ ईयरफोन, 152 जीपीएस डिवाइस, एक पेन कैमरा, सात चार्जर समेत वाकी-टाकी, एक मेटल डिटेक्टर, 10 जीपीएस बैटरी, एक हीट सील मशीन, एक हीट गन, पांच सोल्डरिंग डिवाइस, 47 परीक्षा में उपयोग के लिए जीपीएस निर्मित उपकरण, 11 यूएसबी कनेक्टर बरामद किये हैं।
