पटना सिविल कोर्ट को मिली बम से उडाने की धमकी, मचा हड़कंप, एटीएस ने चलाया सर्च ऑपरेशन

पटना। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। यह धमकी एक ईमेल के माध्यम से दी गई, जिसमें कोर्ट परिसर को निशाना बनाने की बात कही गई थी। जैसे ही यह जानकारी पुलिस प्रशासन को मिली, बिहार एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ते), डॉग स्क्वॉड और पटना पुलिस की विशेष टीमें तुरंत हरकत में आ गईं और पूरे कोर्ट परिसर में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। धमकी उस समय मिली जब कोर्ट में बड़ी संख्या में वकील, न्यायाधीश और आम लोग मौजूद थे। इससे मौके पर अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। तत्काल कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वॉड के माध्यम से सघन जांच अभियान चलाया गया। सभी प्रवेश द्वारों पर कड़ी निगरानी रखी गई और आने-जाने वाले हर व्यक्ति की बारीकी से तलाशी ली गई। नगर डीएसपी दीक्षा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि धमकी भरे ईमेल की जांच की जा रही है और इसे अत्यंत गंभीरता से लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह ईमेल किसने और कहां से भेजा। उन्होंने बताया कि फिलहाल पूरे सिविल कोर्ट परिसर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और जब तक पूरी तरह से संतोषजनक जांच नहीं हो जाती, तब तक सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। यह घटना देश में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों की ओर इशारा करती है, खासकर संवेदनशील संस्थानों और न्यायिक परिसरों को लेकर। हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं में हुई बढ़ोतरी के कारण सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क थीं और इस धमकी ने उनकी सजगता को और बढ़ा दिया है। कोर्ट जैसी जगहों पर आम नागरिकों और न्याय से जुड़े लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि होती है, इसलिए प्रशासन किसी भी खतरे की आशंका को नजरअंदाज नहीं कर सकता। इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को उजागर किया है बल्कि यह भी दिखाया है कि तकनीकी माध्यमों का दुरुपयोग करके किस प्रकार अशांति फैलाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि जांच एजेंसियां जल्द ही इस ईमेल के स्रोत का पता लगाकर दोषियों को पकड़ने में सफल होंगी।
