पटना के अंबेडकर छात्रावास से बम बनाने का सामान और विस्फोटक बरामद, आठ संदिग्ध गिरफ्तार

पटना। सिटी के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकर छात्रावास में सोमवार की देर रात पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की। यह अभियान गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया था, जिसमें पुलिस को सफलता मिली और वहां से चार जिंदा सुतली बम तथा बम बनाने में प्रयुक्त होने वाला सामान बरामद किया गया। इस दौरान छात्रावास से आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बरामद किए गए विस्फोटक और सामग्रियों से यह स्पष्ट होता है कि वहां किसी तरह की आपराधिक या विध्वंसकारी गतिविधि की तैयारी चल रही थी। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह पता चला है कि हिरासत में लिए गए आठ लोगों में से चार की संलिप्तता सीधी तौर पर इस मामले में पाई गई है। बाकी चार के बारे में अभी गहन जांच की जा रही है। सिटी एसपी (पूर्वी) परिचय कुमार ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस को कुछ दिन पहले से ही जानकारी मिल रही थी कि छात्रावास परिसर में असामाजिक तत्व सक्रिय हैं। इसी सूचना की पुष्टि के बाद सोमवार को छापेमारी की गई। उन्होंने कहा कि यह अभियान अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है और विस्तृत जानकारी तभी साझा की जाएगी जब सभी पहलुओं की जांच पूरी हो जाएगी। पुलिस फिलहाल इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अन्य एजेंसियों के सहयोग से जांच कर रही है। इस पूरी घटना ने पटना पुलिस की सतर्कता और खुफिया नेटवर्क की सक्रियता को उजागर किया है। छात्रावास जैसे संस्थानों में इस तरह की गतिविधियों का पकड़ा जाना चिंताजनक है, क्योंकि ऐसे स्थान आमतौर पर पढ़ाई-लिखाई और छात्र जीवन से जुड़े होते हैं। यहां से विस्फोटक बरामद होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चेतावनी है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि यह बम और सामग्री किस उद्देश्य से रखी गई थी और इसके पीछे कौन-सी बड़ी साजिश हो सकती है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इन संदिग्धों का संबंध किसी आपराधिक गिरोह, नक्सली संगठन या किसी अन्य उग्रवादी गुट से है या नहीं।फिलहाल छात्रावास परिसर और आसपास के क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि किसी भी तरह की जानकारी मिल सके। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि समय रहते इस मामले का पर्दाफाश कर लिया गया, वरना स्थिति और गंभीर हो सकती थी। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य की राजधानी में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के प्रति और भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस की यह कार्रवाई भविष्य में ऐसे किसी भी आपराधिक नेटवर्क के लिए एक कड़ा संदेश है कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
