November 17, 2025

पटना में किडनैप हुए युवक का शव बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार, विरोध में सड़कों पर उतरे लोग

पटना। जिले के खगौल थाना क्षेत्र में एक युवक की गुमशुदगी के मामले ने शुक्रवार सुबह भयावह रूप ले लिया, जब उसका शव रूपसपुर नहर से बरामद किया गया। मृतक की पहचान दल्लूचक निवासी विशाल कुमार के रूप में हुई है। यह मामला स्थानीय लोगों में गुस्से और आक्रोश का कारण बन गया, जिसके चलते उन्होंने शव को बीच सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दिया।
गुमशुदगी से हत्या तक का मामला
जानकारी के अनुसार, 5 अगस्त की शाम विशाल अपने एक दोस्त के घर बर्थडे पार्टी में शामिल होने गया था। परिवार के अनुसार, पार्टी के बाद वह अचानक लापता हो गया। परिजनों ने आसपास खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग न मिलने पर उन्होंने खगौल थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और इस बीच एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें कुछ युवक विशाल की पिटाई करते दिख रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए खगौल थाना पुलिस ने जांच तेज की और तीन युवकों को गिरफ्तार किया। सिटी एसपी पश्चिम भानु प्रताप ने गुरुवार को जानकारी दी कि इस घटना का मास्टरमाइंड अब तक फरार है, लेकिन पुलिस जल्द ही विशाल को ढूंढ निकालेगी। उस समय तक यह स्पष्ट नहीं था कि विशाल जीवित है या उसकी हत्या हो चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी थी, जिसके दौरान कई अहम जानकारियां सामने आईं।
शव की बरामदगी
गुरुवार रात भर चली छापेमारी और पूछताछ के बाद गिरफ्तार युवकों ने आखिरकार पुलिस को शव के ठिकाने के बारे में बताया। उनके बताए अनुसार, शुक्रवार सुबह पुलिस ने रूपसपुर नहर से विशाल का शव बरामद किया। शव को अनुमंडल अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई।
हत्या के संकेत
पुलिस के अनुसार, विशाल के शरीर पर कई जगह चोट और जख्म के निशान मिले हैं। प्रथम दृष्टि में यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच को आगे बढ़ाया है। साथ ही, फरार मुख्य आरोपी की तलाश के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
शव बरामद होने की खबर फैलते ही इलाके में तनाव फैल गया। स्थानीय लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और रूपसपुर नहर मार्ग पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस ने समय रहते प्रभावी कार्रवाई की होती तो विशाल की जान बच सकती थी। उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
आगे की जांच
पुलिस का कहना है कि मामले में तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों के बयान के आधार पर जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की मदद से पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या की योजना कैसे बनी और इसमें किन-किन लोगों की संलिप्तता थी। यह घटना न केवल एक दर्दनाक आपराधिक मामला है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि स्थानीय स्तर पर अपराध और कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों में गहरी चिंता बनी हुई है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस फरार मास्टरमाइंड को कब और कैसे गिरफ्तार करती है तथा दोषियों को सजा दिलाने में कितनी तेजी दिखाती है।

You may have missed