बगहा में गंडक नदी में नाव पलटी, 6 लोगों के डूबने की आशंका, तलाश अभियान जारी
बगहा। बिहार के बगहा जिले के भितहा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां गंडक नदी में एक नाव पलटने से 6 लोगों के डूबने की आशंका है। यह दुर्घटना चंदरपुर गांव के पास हुई, जब सभी लोग नदी पार कर दियारा क्षेत्र में जा रहे थे। अचानक नाव बेकाबू हो गई और पलट गई, जिससे सभी लोग पानी में डूब गए। नाव पर कुल 6 लोग सवार थे, जिनमें एक महिला भी शामिल थी। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया और स्थिति को संभालने के लिए एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को मौके पर बुलाया गया। फिलहाल, स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं और डूबे हुए लोगों की तलाश जारी है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह घटना तब घटी जब नाव गंडक नदी के दूसरे किनारे के पास पहुंच रही थी। गंडक नदी का जलस्तर फिलहाल घट रहा है, लेकिन यह अभी भी नाव चलाने के लिए सुरक्षित नहीं है। जुलाई में जलस्तर बढ़ने के बाद ही नदी में नाव चलाने पर रोक लगा दी गई थी। प्रशासन ने केवल जरूरी मामलों में और स्थानीय अधिकारियों की सहमति से ही बड़ी नावों को चलाने की अनुमति दी थी। इसके बावजूद, कुछ लोग छोटे नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे नदी में हादसे हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि दूसरी ओर से एक और नाव बचाव कार्य के लिए भेजी गई थी, लेकिन उस ओर की स्थिति के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। अधिकारियों और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रही है। नदी के दूसरे किनारे पर भी लोगों की तलाश जारी है, लेकिन बचाव कार्य में चुनौतियां आ रही हैं। इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों और नदी में नावों के संचालन की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह नाव किसकी थी और इसे कौन चला रहा था। स्थानीय लोग भी कार्रवाई के डर से जानकारी देने से बच रहे हैं, जिससे जांच में दिक्कतें आ रही हैं। गंडक नदी में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, खासकर मानसून के दौरान जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद लोग जोखिम उठाकर नावों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इस तरह की दुर्घटनाएं होती हैं। इस घटना के बाद प्रशासन की ओर से नावों के संचालन पर सख्त निगरानी और कार्रवाई की मांग उठ रही है। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मिलकर बचाव अभियान चला रही है, लेकिन अभी तक डूबे हुए लोगों का पता नहीं चल पाया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है। प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार की जानकारी छिपाए नहीं और जांच में सहयोग करें, ताकि डूबे हुए लोगों को जल्द से जल्द खोजा जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।


