बेतिया में पैसों के विवाद में दो गुटों में खूनी संघर्ष, जमकर हुई मारपीट, 12 से लोग जख्मी

बेतिया। बिहार के बेतिया जिले में बुधवार को इनरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गंभीर हिंसक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। महज पैसे के लेन-देन को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दो गुटों के बीच लाठी-डंडों से जमकर मारपीट हुई और देखते ही देखते मामला खूनी संघर्ष में बदल गया।
थाना के सामने हुआ संघर्ष, 12 से अधिक लोग घायल
यह घटना इनरवा थाना गेट के ठीक सामने हुई, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया। बताया जा रहा है कि दोनों गुटों के बीच पुराने पैसे के लेन-देन को लेकर बहस शुरू हुई थी, जो कुछ ही देर में मारपीट में तब्दील हो गई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर बेरहमी से हमला किया। इस झड़प में 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर डंडों से हमला कर रहे हैं। भीड़ में शामिल लोगों ने न तो महिलाओं को बख्शा और न ही बच्चों को। इस भयावह दृश्य ने समाज में गिरते मानव मूल्यों को उजागर कर दिया है।
स्थानीय अस्पताल में घायलों का इलाज जारी
घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की टीम घायलों की हालत पर निगरानी रखे हुए है। कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पताल में रेफर किया जा सकता है।
पुलिस पर उठे सवाल, देर से पहुंची टीम
घटना का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह रहा कि यह सबकुछ थाना परिसर के सामने हुआ, फिर भी पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंची। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और जब स्थिति बेकाबू हो गई, तब जाकर हस्तक्षेप किया गया। लोगों ने इस पर नाराजगी जताई है और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।
थानाध्यक्ष ने दिया बयान, कार्रवाई की तैयारी
इनरवा थानाध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। दोनों पक्षों की पहचान कर ली गई है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के पीछे सभी कारणों को ध्यान से खंगाला जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इलाके में तनाव, पुलिस गश्त बढ़ाई गई
घटना के बाद से इनरवा इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। लोग डरे हुए हैं कि कहीं यह झड़प दोबारा न भड़क उठे। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है।
समाज में बढ़ती हिंसा की चिंता
यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि छोटे-छोटे विवाद कैसे जानलेवा रूप ले सकते हैं। पैसे जैसे मामूली कारण पर हिंसा का रास्ता अपनाना समाज में बढ़ रही असहिष्णुता को दर्शाता है। साथ ही यह भी आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन समय पर सतर्कता दिखाए और ऐसे विवादों को प्रारंभिक स्तर पर ही सुलझाया जाए। बेतिया की यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी की कमी को भी उजागर करती है। थाना के सामने हुई इस झड़प ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब पुलिस की मौजूदगी में लोग सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर आम नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा। समय की मांग है कि प्रशासन कड़ी कार्रवाई करे और समाज में जागरूकता फैला कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोके।
