तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के विरोध में बीजेपी का सदन से वॉकआउट, मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

पटना। बिहार बजट सत्र के चौथे दिन भी सदन में जमकर हंगामा हुआ है। सदन के अंदर भाकपा माले के सदस्यों के साथ बीजेपी विधायकों की नोकझोंक देखने को मिली है। महबूब आलम को लेकर बीजेपी के संजय सरावगी के बयान पर माले सदस्यों ने विरोध जताया। उधर, बीजेपी की तरफ से कहा गया कि रिएक्शन तो होगा ही। असल में पहले माले के महबूब आलम ने बीजेपी को अंग्रेज का दलाल कहा था। जिसके जवाब में संजय सरावगी ने भी उनको मीरजाफर का औलाद कहा था। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट का मामला उठाया। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी विपक्ष ने निशाना साधा। बीजेपी के पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि चेन्नई में स्टालिन के जन्मदिन का केक खा कर आ गए लेकिन मजदूरों के बारे में कोई चर्चा नहीं की।

इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को लेकर डीजीपी और गृह सचिव को मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने इसको लेकर ट्वीट किया की मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। दरअसल तमिलनाडु के अलग अलग जिलों हिंदी भाषियों पर हमले के कई मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ सप्ताह में हिंदी भाषियों से मारपीट के कई मामले और उनके वीडियो भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है जिन लोगों की पिटाई हुई है उनमें ज्यादातर बिहार के रहने वाले हैं।

About Post Author

You may have missed