कश्मीर फाइल्स ने खोली भाजपा-नीतीश की पोल : राजेश राठौड़

पटना। फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर मची बहस के बीच बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने भाजपा और नीतीश कुमार की राजनीति पर सवाल किया कि केंद्र में वीपी सिंह की सरकार को समर्थन देने वाली भाजपा व नीतीश कुमार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए तथ्यहीन खबरों के आधार पर फिल्म निर्माण करा रही है ताकि लोगों के बीच खुद को बहुसंख्यक कल्याणकारी दल के रूप में स्थापित कर सकें।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल भी भाजपा के समर्थन से ही चुने गए थे और वीपी सिंह की सरकार भी भाजपा के समर्थन से चल रही थी, साथ ही नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार जो खुद वीपी सिंह की सरकार में कृषि उप मंत्री बनकर बैठे थे, उन्होंने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। मतलब वे अपनी गठबंधन की सहयोगी भाजपा का मिट्टी पलीद करने के फिराक में हैं और अपनी सरकार की तत्कालीन गलतियों को जनता के समक्ष लाकर पश्चाताप करने की फिराक में हैं। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि मंत्रिमंडल के सदस्य होते हुए उन्होंने क्या कदम कश्मीरी पंडितों के हक में उठाएं थे? यदि उन्होंने कोई योगदान दिया है तो उन्हें टैक्स फ्री करने का यह फिल्म नैतिक अधिकार होता। साथ ही उन्होंने बताया कि केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही तत्कालीन सरकार की खिलाफत करके कश्मीरी पंडितों के हित में धरना दिए थे।
राजेश राठौड़ ने कहा कि सीएम नीतीश के ही सहयोगी भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में हिंदुओं को खतरे में बताया तो कश्मीर फाइल्स में भाजपा की नीतियों के कारण ब्राह्मणों का पलायन दिख रहा है। मतलब साफ है कि कांग्रेस के शासनकाल में हिन्दू और सभी जातियां सुरक्षित और सुकून से रही हैं, जो कि भाजपा और उसके सहयोगियों के शासनकाल में कदापि संभव नहीं है।
