बिहार का कुख्यात अपराधी बुटन चौधरी गिरफ्तार, महाराष्ट्र से एसटीएफ ने दबोचा

आरा। बिहार पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। लंबे समय से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी और दो लाख के इनामी बुटन चौधरी को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार, रविवार की रात बिहार एसटीएफ की टीम ने महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई-विरार इलाके से छापेमारी कर उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर बिहार लाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।बुटन चौधरी का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा है। भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव का रहने वाला यह अपराधी कई गंभीर मामलों में वांटेड था। अप्रैल 2024 में जब पुलिस और एसटीएफ ने उसके गांव में छापेमारी की थी, तब वहां से एके-47 रायफल, चार मैग्जीन, 43 कारतूस और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे। यह कार्रवाई उस समय बिहार में बड़ी सफलता मानी गई थी, लेकिन बुटन चौधरी पुलिस के हाथ नहीं लग सका था। इस मामले में उसका भाई उपेंद्र चौधरी गिरफ्तार हुआ था और वर्तमान में जेल में है। खास बात यह है कि उपेंद्र की पत्नी उर्मिला देवी बेलाउर पंचायत की मुखिया हैं। बुटन चौधरी पर पंचायत समिति सदस्य दीपक साह की हत्या का भी आरोप है। 28 अप्रैल 2023 को बेलाउर गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दीपक साह, जो कि मिठाई दुकानदार भी थे, की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। इस मामले में बुटन चौधरी मुख्य आरोपी के रूप में नामजद किया गया था और तभी से वह फरार चल रहा था।बुटन चौधरी का नाम बिहार के अपराध जगत में पहले से ही बदनाम रहा है। लगभग नौ साल पहले भी उसे चार-पांच साथियों के साथ एके-47 समेत अन्य घातक हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कई मामलों में जेल जाने और छूटने का सिलसिला जारी रहा। उसके ऊपर हत्या, अवैध हथियार कारोबार और रंगदारी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बेलाउर गांव से हथियारों की बरामदगी के मामले में भी बुटन चौधरी वांटेड था। कोर्ट से उसके खिलाफ वारंट निर्गत था और पिछले दो-तीन वर्षों से वह लगातार फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश डाल रही थी। अंततः एसटीएफ ने महाराष्ट्र से उसे पकड़कर बड़ी राहत की खबर दी है। बुटन चौधरी की गिरफ्तारी को पुलिस तंत्र की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। यह न केवल भोजपुर जिले में कानून-व्यवस्था के लिहाज से अहम है, बल्कि उन लोगों के लिए भी राहत की खबर है जो लंबे समय से उसके खौफ में जी रहे थे। अब देखना होगा कि अदालत में मुकदमों की प्रक्रिया कितनी तेजी से आगे बढ़ती है और यह कुख्यात अपराधी अपने कृत्यों के लिए कब और कैसी सजा पाता है।
