उम्र छिपाकर बोर्ड परीक्षा देने पर एक्शन में बिहार बोर्ड, छात्रों और संबधित स्कूलों पर होगी कार्रवाई

पटना। बिहार बोर्ड की तरफ से आयोजित मैट्रिक की परीक्षा के दौरान अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं। कई ऐसे छात्रों को पकड़ा गया है जो अपनी उम्र छिपाकर परीक्षा में शामिल हो रहे थे। जिन स्कूलों ने छात्रों की उम्र कम करने के लिए उनका फॉर्म भरवाया, ऐसे स्कूलों के खिलाफ अब बिहार बोर्ड ने नकेल कसने का फैसला किया है। ऐसे स्कूलों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने गलत उम्र वाले छात्रों का फॉर्म भरवाया। दरअसल, पहले और दूसरे दिन हुई परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों से ऐसे कई छात्रों को पकड़ा गया, जो अपनी उम्र छिपाकर परीक्षा दे रहे थे। इस कार्रवाई के बाद तीसरे दिन कई केंद्रों पर सामाजिक विज्ञान की परीक्षा में छात्रों की उपस्थिति कम देखी गई। विज्ञान और गणित की परीक्षा के दौरान जब कई गलत छात्र पकड़े गये तो इसका असर सामाजिक विज्ञान परीक्षा पर देखने को मिला है।

वही ऐसे बहुत से छात्र दो विषय की परीक्षा देने के बाद परीक्षा देने केंद्रों पर नहीं पहुंचे। छात्र नौकरी के लिए दोबारा जन्मतिथि कम करके परीक्षा देते हैं। बिहार बोर्ड के अनुसार छात्र दोबारा मैट्रिक परीक्षा दे सकते हैं लेकिन उम्र छिपाकर परीक्षा देना गलत है। अब बोर्ड ऐसे स्कूलों को चिह्नित कर रहा है जिन्होंने छात्रों का उम्र छिपाकर मैट्रिक परीक्षा का फॉर्म भरवाया है। ऐसे सभी स्कूलों को जिला शिक्षा कार्यालय नोटिस जारी करेगा। 17 फरवरी से शुरु हुई मैट्रिक की परीक्षा में एक ही केंद्र से कई ऐसे छात्र पकड़े गये है, जिन्होंने उम्र छिपाकर परीक्षा फॉर्म भरा था। पकड़े गए ऐसे सभी छात्रों ने स्कूलों में 9वीं और 10वीं की पढ़ाई नहीं की है, और सीधे दसवीं का रजिस्ट्रेशन करा लिया। जिसमें स्कूलों ने उनक मदद की है। बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा के बाद ऐसे स्कूलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा।

About Post Author

You may have missed