BIHAR : 60 से अधिक कोच तथा 10 से अधिक इंजन क्षतिग्रस्त; 214 मेल, एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेन रद्द

हाजीपुर। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर शुक्रवार को पूरे बिहार में उग्र प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेलवे को जमकर निशाना बनाया। दर्जन भर से अधिक ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों-रेलखंडों पर पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से खुलने-पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन आज भी अवरूद्ध रहा, जिससे यात्रियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को प्रात: 5 बजे से शाम 4.55 बजे तक धरना-प्रदर्शन के दौरान 60 से अधिक कोच तथा 10 से अधिक इंजन को आग से क्षतिग्रस्त किया गया।
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ विरेन्द्र कुमार ने जानकारी दी कि यात्री सुरक्षा एवं संरक्षा के मद्देनजर 214 मेल, एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा जबकि 78 ट्रेनों का आंशिक समापन-प्रारंभ किया गया। इसी तरह 12 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित कर चलाया गया जबकि एक ट्रेन का परिचालन परिवर्तित मार्ग से किया गया, जिसके फलस्वरूप हजारों यात्री अपनी यात्रा प्रारंभ नहीं कर सके। इन यात्रियों में छात्र, मरीज भी शामिल थे, जिन्हें अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। इसी कड़ी में मालगाड़ियो का भी परिचालन अवरूद्ध रहा। हालांकि इसके बावजूद पूर्व मध्य रेल द्वारा यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो, इसके लिए भरपूर प्रयास किया गया। इसी प्रयास के तहत विभिन्न स्टेशनों पर फंसे हुए यात्रियों की सुविधा हेतु खान-पान मुहैया कराने, बीमार यात्रियों के लिए चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने सहित अन्य कई कदम उठाए गए।


उन्होंने बताया कि धरना-प्रदर्शन के कारण रेल संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। पूर्व मध्य रेल द्वारा रेल संपत्ति की क्षति का आंकलन किया जा रहा है। स्टेशनों पर फंसे हुए यात्रियों को आरपीएफ, जीआरपी द्वारा सुरक्षा प्रदान की गयी, जिसमें स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग रहा। यात्रियों को खान-पान उपलब्ध कराया गया। महिला, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों का विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें हर प्रकार की सहायता उपलब्ध करायी गयी। फंसे हुए यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेन के परिचालन की योजना भी बनाई जा रही है।
वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर रेल परिचालन की अद्यतन सूचना से अवगत कराने हेतु पूर्व मध्य रेल क्षे़त्राधिकार के विभिन्न स्टेशनों पर एक दर्जन से ज्यादा हेल्पलाइन जारी किया गया, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा हुई। इसी तरह यात्रियों की सुविधा हेतु टिकट रिफंड-वापसी के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टिकट काउंटर का प्रावधान किया गया तथा टिकट के कैंसिल कराने पर कोई कैसिलेशन चार्ज नहीं लिया जा रहा है। स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा के माध्यम से यात्रियों तक अद्यतन सूचनाएं उपलब्ध करायी जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी ट्रेन परिचालन में हुए बदलाव की जानकारी नियमित अंतराल पर दी गयी।
रेल प्रशासन अपील किया है कि देश की जीवन रेखा भारतीय रेल को चलायमान बनाए रखने में सहयोग करें एवं यह राष्ट्रीय संपत्ति है, कृपया इसे नुकसान न पहुंचाएं।

About Post Author

You may have missed