BIHAR : 200 रुपये की सब्जी में भी थैला रहता है खाली, एक दिन में हो जाती है खत्म

भागलपुर। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लॉकडाउन में सारा कारोबार ठप्प और पूर्णतः बंद है, लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। ऐसे में भागलपुर की सब्जी मंडियों में हरी सब्जियों की कीमतों में आग लग गई है। इधर 2 दिनों में आम की कीमत भी अचानक 20 से 25 रुपये प्रति किलो बढ़ गया है। लॉकडाउन से पहले मालदह आम 45 से 50 रुपये किलो बिक रहा था, अब वह 65 से 70 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं आलू, टमाटर, विंस, करेला, परोल, परवल, अलती, कच्चू और लाल बैगन की कीमत आसमान छू गया है। जबकि 3 सप्ताह पहले हरी सब्जियों को पूछने वाला कोई नहीं था। 100 रुपया में एक सप्ताह का सब्जी आ जाता था, पर अब 200 रुपये में भी एक थैला खाली रहता है और वह एक दिन में ही समाप्त हो जाता है। लॉकडाउन में सर्वाधिक भीड़ इन सब्जी मंडियों में ही लग रही है। कीमत बढ़ने की वजह बरसात में दियारे का डूबना और बाहर से आपूर्ति का बंद होना बताया जा रहा है।

आलू का भाव 20 दिनों से स्थिर

लॉकडाउन से पहले मंडी में आलू का थोक मूल्य 23 सौ से 25 सौ रुपये क्विंटल था, अब थोक कीमत में 50 से 80 रुपये क्विंटल बढ़ गया है। वहीं, प्याज का थोक अब भी 15 से 16 सौ रुपये क्विंटल ही है।

31 मई से आठ जुलाई की कीमत

आलू 28 से 30 रुपये किलो (बंगाल), आलू- 25 से 28 रुपये किलो (हंसडीहा), करेला- 40 से 50 रुपये किलो, विंस- 120 से 130 रुपये किलो, शिमला मिर्च- 130 से 140 रुपये, बैगन- 30 से 40 रुपये किलो, लौकी- 20 से 30 रुपये किलो, टमाटर- 50 से 55 रुपये किलो, भिंडी- 15 से 20 रुपये किलो, नेनुआ- 20 रुपये किलो, बंधा गोभी- 40 रुपये किलो, परवल- 30 से 40 रुपये किलो, गोभी- 40 से 50 रुपये पीस (रांची)।

9 से 11 जुलाई की कीमत

आलू- 28 से 30 रुपये किलो (बंगाल), आलू-26 से 30 रुपये किलो (हंसडीहा), करेला-50 से 60 रुपये किलो, विंस- 140 रुपये किलो, शिमला मिर्च- 150 से 160 रुपये, बैगन- 40 से 50 रुपये किलो (लाल), लौकी-20 से 30 रुपये किलो, टमाटर- 50 से 60 रुपये किलो, भिंडी- 15 से 20 रुपये किलो, नेनुआ- 20 रुपये किलो, बंधा गोभी- 30 रुपये किलो, परवल- 70 से 80 रुपये किलो, गोभी- 40 से 50 रुपये पीस (रांची)।

भागलपुर में सब्जियां बाहर से नहीं आ रही

इस बाबत भागलपुर उल्टा पुल के सब्जी विक्रेता जितेंद्र कुमार ने बताया कि वाहन और ट्रेन नहीं चलने से भागलपुर में सब्जियां बाहर से नहीं आ रही है। पहले लखीसराय, मुंगेर, साहिबगंज, बांका सहित अन्य जिलों सब्जियों की आपूर्ति होती थी। इस कारण कीमत में उछाळ आया है। दियारे में बाढ़ का पानी होने के कारण हरी सब्जियां डूब गई है। कम मात्रा में बाजार पहुंच रहा है। वहीं आदमपुर सब्जी मंडी के विक्रेता विपिन कुमार ने बताया कि सब्जियों की कीमत बढ़ गई हैं। इसलिए हम भी लोगों को बढ़ाकर बेच रहे हैं। लोग मोलभाव करते है, तो कुछ कम किया जाता है। लॉकडाउन की वजह से भी कीमत में इजाफा हुआ है।
बहरहाल, आमदनी शून्य और खर्चा कायम के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

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