बिहार की बीसीए की छात्रा ने मेरठ में की आत्महत्या, हॉस्टल के कमरे में मिली लाश

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पटना। मेरठ के एमआइइटी कॉलेज में बीसीए फर्स्ट ईयर की छात्रा मनीषा ने सुसाइड कर लिया। मनीषा की डेड बॉडी हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटकी मिली थी। सूचना पर परिजन मेरठ पहुंचे हैं। वहीं, परिजनों का आरोप है कि कॉलेज वाले उनसे सच्चाई छिपा रहे हैं। पूरा मामला मेरठ के जानी थाना क्षेत्र का है। यहां बिहार, चंपारण जिले की रहने वाली मनीषा का बुधवार रात लगभग 7.30 बजे कमरे में डेड बॉडी लटकी मिली। बुधवार रात मनीषा हॉस्टल में अपने कमरे में थी। कमरा अंदर से बंद था। उसकी फ्रेंड उससे मिलने रूम पर पहुंची। काफी देर तक वो डोर बजाती रही, दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद सहेली ने मनीषा को कॉल किया तो उसका फोन भी रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उसने खिड़की से झांका तो देखा अंदर पंखे से मनीषा लटकी थी। सहेली ने शोर मचाया, वार्डन को बुलाया। इसके बाद स्टाफ ने रूम का इंटरलॉक दूसरी चाबी से खोलकर मनीषा को उतारा। उसे तुरंत सुभारती अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मनीषा की सुसाइड की सूचना पर रात में ही मनीषा के परिजनों मेरठ पहुंच गए। मनीषा का भाई सोनू जो दिल्ली में रहता है, वो रात ही अपनी मौसी के साथ मेरठ पहुंचा। जहां उसे बताया गया कि मनीषा की मौत हो चुकी है। वहीं, सोनू का कहना है कि कॉलेज वाले उनसे सच छिपा रहे हैं। कॉलेज वालों ने फोन कर बताया था कि आपकी बहन ने सुसाइड किया है, जबकि उसकी सहेली जो हर समय मनीषा के साथ थी, उसका कहना है कि मनीषा की तबीयत खराब है। परिजन अब कॉलेज के खिलाफ जानी थाने पर तहरीर देने पहुंचे हैं।
5 भाई बहनों में चौथे नंबर की थी मनीषा
मनीषा 5 भाई बहन हैं। सबसे बड़ी बहन जूही शर्मा, उसके बाद उसका भाई सोनू शर्मा, फिर अनिशा शर्मा, फिर मृतक मनीषा शर्मा और छोटा भाई मोनू शर्मा है। मनीषा के माता पिता नहीं है। लगभग 10 साल पहले से मनीषा यहां दिल्ली में अपनी मौसी के घर रहती है। यहीं से वो मेरठ आकर बीसीए की पढ़ाई कर रही थी।
भाई बोला- बहन कहती थी वार्डन टॉर्चर करती है
मनीषा के भाई सोनू ने बताया कि बहन ने एक बार मौसी से कहा था कि वार्डन टॉर्चर करती है। उल्टा सीधा बोलती है। ध्यान नहीं देती। वो पहले भी जब कभी हॉस्टल में बहन से मिलने गया तो उसे ऊपर नहीं जाने दिया गया। हमेशा उसे बाहर ही रोक लेते थे, उसे जाने नहीं देते थे। कॉल करके बहन को बाहर बुलाता, तभी मुलाकात होती है। सोनू ने बताया कि बुधवार को भी हमें कॉलेज से फोन आया। हमसे कहा कि मनीषा ने सुसाइड कर लिया है, आप मेरठ आ जाएं। जब हमने उसकी दोस्त से फोन करके पूछा तो उसने बताया कि मनीषा की तबीयत खराब है। अस्पताल में है। हम मेरठ पहुंचे तो यहां मनीषा मर चुकी थी। पुलिस ने हमें बॉडी दिखाई। सोनू ने कहा कि बहन कभी हमें परेशानी नहीं बताती थी।
13 फरवरी को हुई थी आखिरी बात
मनीषा एमआइइटी कॉलेज में बीसीए कंप्यूटर साइंस के सेक्शन-डी की छात्रा थी। परिवार से 13 फरवरी को मनीषा की आखिरी बात हुई थी। 14 फरवरी को परिवार के किसी भी सदस्य की दिनभर मनीषा से बात नहीं हुई।

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