भागलपुर में महिला से रेप की कोशिश, अकेला पाकर घर में दरवाजा तोड़कर घुसा युवक, मामला दर्ज

भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले से एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां एक महिला के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म करने की कोशिश की गई। यह घटना जिले के एक ग्रामीण इलाके में बुधवार देर रात घटी, जब पीड़िता घर में अकेली थी। महिला ने गांव के ही एक युवक पर जबरदस्ती घर में घुसने और शारीरिक शोषण की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत थाने में दर्ज की गई है और पुलिस ने इस पर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के अनुसार, वह अपने घर में अकेली थी क्योंकि उसके पति हरियाणा में मजदूरी करते हैं। उसके सास-ससुर और दो बच्चे भी उस दिन किसी काम से बाहर गए हुए थे। इसी दौरान गांव के ही संजय यादव नामक युवक ने रात को घर के बाहर आकर पहले उसके पति को पुकारा। जब किसी ने जवाब नहीं दिया, तो उसने दरवाजे को जोर से धक्का देकर उसे तोड़ दिया और घर में घुस गया। महिला के अनुसार, संजय ने उस पर अचानक हमला किया, उसे जमीन पर गिरा दिया और दुष्कर्म का प्रयास करने लगा।
महिला ने दिखाई बहादुरी, खुद को चंगुल से छुड़ाया
पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए किसी तरह खुद को संजय के चंगुल से छुड़ाया और घर से बाहर भाग गई। इसके बाद उसने गांववालों की मदद से थाने में शिकायत दर्ज कराई। महिला का यह भी आरोप है कि आरोपी पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है, लेकिन तब बात ज्यादा आगे नहीं बढ़ी थी। इस बार मामला गंभीर होने के कारण उसने कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना।
पुलिस की कार्रवाई और जांच प्रक्रिया
नाथनगर थाना प्रभारी ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। इसमें छेड़खानी और जबरदस्ती दुष्कर्म के प्रयास से संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही, पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जाएगी ताकि साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सके।
गांव में बढ़ा तनाव, लोगों में आक्रोश
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है और वे आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए, जो समाज की महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि आरोपी की हरकतें पहले से संदिग्ध रही हैं, लेकिन अब मामला कानून के हवाले है।
महिला सुरक्षा पर सवाल
यह घटना न केवल पीड़िता के लिए एक गहरा मानसिक आघात है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो ढांचे बने हैं, वे अभी भी काफी कमजोर नजर आते हैं। जब एक महिला अकेली होती है, तो उसे सबसे ज्यादा असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। यह घटना इसी असुरक्षा की झलक देती है।
न्याय की उम्मीद और सामाजिक जिम्मेदारी
अब मामला पुलिस के पास है और जांच जारी है। उम्मीद की जा रही है कि दोषी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाएगी। साथ ही यह भी जरूरी है कि समाज मिलकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करे। महिलाओं के अधिकार और सम्मान की रक्षा समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपने आसपास की घटनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि समय पर उचित कदम उठाना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
