पटना में प्राइवेट बैंक की महिला कर्मी के साथ रेप की कोशिश, केस दर्ज, छानबीन जारी

पटना। राजधानी पटना के श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक निजी बैंक में कार्यरत महिला कर्मी ने अपने ब्रांच हेड पर रेप की कोशिश का आरोप लगाया है। पीड़िता ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी है, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू हो चुकी है। पीड़िता ने बताया कि यह घटना बुधवार दोपहर की है। दोपहर तीन बजे ब्रांच हेड रजनीश कुमार श्रीवास्तव ने महिला को कॉल किया और बैंक के कामकाज की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने किसी इमरजेंसी मेडिकल एडवाइस के बहाने महिला को एक गर्ल्स हॉस्टल बुलाया, जहां वह अपने दोस्त के पास गई। महिला का दावा है कि जब वह वहां पहुंची, तो रजनीश पहले से ही शराब के नशे में मौजूद थे।
नशे की हालत में किया दुर्व्यवहार
महिला कर्मी के अनुसार, रजनीश ने पहले शराब पीने का दबाव बनाया। जब उसने इनकार किया तो आरोपी ने जबरन उसका हाथ पकड़ लिया और उसे बिठा लिया। इसके बाद वह महिला से अश्लील बातें करने लगे और कथित रूप से उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
बाहर से किया गया दरवाजा लॉक
महिला ने बताया कि जब वह कमरे से बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी, तभी रजनीश के दोस्त दिव्यांशु ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। कमरे में बंद होने के बाद महिला ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया। किसी तरह किसी ने दरवाजा खोला, तब वह वहां से भागकर थाने पहुंची।
पुलिस कर रही है छानबीन
श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना स्थल की जानकारी जुटाई जा रही है और आरोपी की गतिविधियों को खंगाला जा रहा है।
आरोपी की भूमिका पर सवाल
इस घटना ने कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस व्यक्ति पर प्रमोशन और करियर से जुड़ी जिम्मेदारियां थीं, उसी पर महिला कर्मचारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
समाज और कानून की जिम्मेदारी
इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि महिला कर्मचारी आज भी कार्यस्थलों पर पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे मामलों में त्वरित और कड़ी कार्रवाई न केवल पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए जरूरी है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी चेतावनी बनती है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आरोपी की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। पीड़िता का बयान और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न सिर्फ न्यायिक प्रक्रिया की परीक्षा है, बल्कि कार्यस्थल पर महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के प्रति समाज की जिम्मेदारी का भी एक गंभीर संकेत है।
