भागलपुर ब्लास्ट मामले में एटीएस ने शुरू की जांच, मकान मालिक हुआ फरार

भागलपुर। बिहार के भागलपुर में गुरुवार रात को हुआ धमाका एक पटाखा फैक्ट्री में हुआ हादसा है या तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक मोहल्ले के इस मकान में कुछ और पक रहा था, इस विस्फोट का कोई आतंकी कनेक्शन नहीं? विस्फोट की तीव्रता को देखते हुए प्रशासन इस एंगल से भी जांच कर रहा है। धमाके की जांच में पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को भी लगा दिया गया है। पटना से एटीएस की बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल टीम भागलपुर पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है। वही इस संबध में धमाके की जांच के लिए एटीएस की टीम शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची। टीम के सदस्य मलबा से बारूद का नमूना ले रहे हैं। घटनास्थल के आसपास के लोगों से भी जानकारी ले रहे हैं। भवन निर्माण विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। काजवालीचक में हुए धमाके में 14 लोगों की मौत हुई थी।

इस बीच, मकान का मालिक मो. आजाद के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। वह फरार बताया जा रहा है। जिस मकान में धमाका हुआ वह मो. आजाद का ही है और उसने पटाखा कारोबारी लीलावती को किराए पर दिया था। इलाके में अवैध तरीके से बारूद का भंडारण और पटाखे बनाने की घटना को देखते हुए डीआईजी सुजीत कुमार ने तातारपुर थानाध्यक्ष एसके सुधांशु को सस्पेंड कर दिया है। एफएसएल के एक्सपर्ट ने घटनास्थल पर आकर जांच की और सैंपल भी ले गए। प्रशासन की ओर से मामले की पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है। डीआईजी ने बताया कि पुलिस हर स्तर पर मामले की जांच कर रही है। इसके साथ-साथ वहा से करीब 8-10 किलो बारूद मिले, मौके पर नष्ट: एफएसएल की टीम गुरुवार देर रात ही मौके पर पहुंच गई थी। शुक्रवार को जमालपुर से बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। दोनों टीमों ने जांच की। शुरुआती जांच में पटाखा बनाने वाले बारूद से विस्फोट की बात सामने आई है। बारूद फटा किस वजह से, इसकी पड़ताल अभी जारी है। पुलिस ने बताया, मो. आजाद के जिस मकान में किराये पर लीलावती रह रही थी, उसी में विस्फोट हुआ है। उसी विस्फोट से महेंद्र मंडल, गणेश और राजकुमार के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए।

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