अपने ‘गढ़’ नालंदा को बचाने जगदीश शर्मा के ‘शरण’ में पहुंची जदयू!

पटना। जदयू के शीर्ष नेतृत्व को आखिरकार जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा की याद आ ही गई। दरअसल मामला सिर्फ जहानाबाद का नहीं है। इस बार जदयू को अपने गढ़ एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने गृह क्षेत्र नालंदा में भी जदयू प्रत्याशी के खिलाफ मजबूत सामाजिक समीकरण का सामना करना पड़ रहा है।स्थिति यहां तक बताई जाती है अगर नालंदा में भूमिहार वोट जदयू के पक्ष में नहीं गया। तो जद यू का नालंदा ‘फतह’ का सपना अधूरा भी रह सकता है।पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से जदयू प्रत्याशी की जीत तकरीबन दस हजार मतों के अंतर से हुई थी। इस बार के चुनाव में भूमिहार समाज राजग से नाराज दिख रहा है।इसके पीछे कई ऐसे सीट,जहां हमेशा से भूमिहार कैंडिडेट हुआ करते थे,वहां से टिकट ना मिलना भी एक महत्वपूर्ण कारण बताया जाता है। इस समुदाय के नाराज वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए जदयू ने जहानाबाद के पूर्व सांसद जगदीश शर्मा तथा उनके पुत्र घोसी के पूर्व विधायक राहुल कुमार को अपने पक्ष में कर लिया है। कल जहानाबाद में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक राहुल कुमार ने राजग को समर्थन देने की घोषणा भी कर दी है।उनके पिता जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा फिलहाल अभी रांची जेल में सजायाफ्ता हैं। बिहार की राजनीति में अविजित माने जाने वाले मध्य बिहार के सर्वाधिक कद्दावर नेता पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा 1977 से जहानाबाद के घोसी विधानसभा क्षेत्र का लगातार 2009 तक प्रतिनिधित्व करते रहे। 2009 में उनके सांसद बन जाने के बाद उनकी पत्नी शांति शर्मा एवं उनके पुत्र राहुल कुमार के क्रमशः इस क्षेत्र के विधायक बने। 2015 के विधानसभा चुनाव में उनके पुत्र राहुल कुमार चुनाव हार गए। जहानाबाद समेत संपूर्ण मगध क्षेत्र की राजनीति में जगदीश शर्मा की मजबूत पकड़ अब भी बरकरार है। नालंदा संसदीय क्षेत्र को जदयू अपना गढ मानता आया है। मगर इस बार वहां जदयू को हम के उम्मीदवार से मजबूत टक्कर मिल रही है। ऐसे में अगर नालंदा संसदीय क्षेत्र के भूमिहार समेत अन्य सवर्ण मतदाता अगर जदयू के पक्ष में खुलकर वोट नहीं करेंगे तो जदयू प्रत्याशी की जीत काफी मुश्किल हो जाएगी। अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए जदयू के शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा से संपर्क साधा।हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि जदयू के किसी नेता ने नहीं की है, मगर चर्चाओं के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व के आग्रह के बाद ही जगदीश शर्मा जदयू उम्मीदवार को समर्थन देने को राजी हुए। नालंदा में गत चार दिनों से सिंचाई मंत्री ललन सिंह जगदीश शर्मा के पुत्र पूर्व विधायक राहुल कुमार को लेकर नाराज वोटरों को मनाने में जुटे हुए हैं। नालंदा के एकंगरसराय में पूर्व विधायक राहुल कुमार को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं पूर्व विधायक राहुल कुमार ने लोगों से अपील किया कि देश हित में नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करें। नालंदा में जगदीश शर्मा की पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की सभा में उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि नहीं होने के बावजूद भी जगदीश शर्मा कई दशक से यहां के लोगों की पैरवी बिना किसी मशक्कत के करते आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि क्षेत्र न होने के बावजूद भी यहां के कई योजनाओं के क्रियान्वयन का श्रेय जगदीश शर्मा को जाता है।दरअसल घोसी विधानसभा क्षेत्र नालंदा जिला से पूरी तरह से सटा हुआ है। लंबे अर्से से जीतते चले आने के कारण जगदीश शर्मा समीपवर्ती क्षेत्रों के लोगों को भी मदद करते चले आ रहे थे। आज इसी वजह से नालंदा संसदीय क्षेत्र के वोटरों का एक बड़ा तबका जगदीश शर्मा को अपना नेता मानता रहा है।जानकार सूत्रों के मुताबिक इन कारणों पर गौर करने के बाद जदयू के शीर्ष नेतृत्व में चुनाव जीतने के लिए जगदीश शर्मा से सहयोग की अपेक्षा जतायी। जहानाबाद संसदीय क्षेत्र में भी पूर्व विधायक राहुल कुमार के जदयू प्रत्याशी के समर्थन देने के ऐलान के साथ ही राजग कार्यकर्ताओं में नया जोश भर गया है पूर्व विधायक राहुल कुमार के समर्थन पाने के बाद भाजपा तथा जदयू कार्यकर्ता उत्साह में आकर दोगुने जोश में पार्टी का प्रचार करने लगे हैं। जहानाबाद से इस बार जदयू ने ‘प्रयोग’ के तौर पर रामेश्वर चंद्रवंशी को बतौर उम्मीदवार मैदान में उतारा है।जहां उनकी टक्कर राजद के पूर्व मंत्री डॉ सुरेंद्र यादव तथा रासपा के निवर्तमान सांसद डॉ अरुण कुमार से है।

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